इंदौर में पकड़े असली मुन्ना भाई : डीएवीवी मेडिकल फाइनल के पिछले साल फेल हुए छात्र पास होने के लिए अंतिम मौके पर कान में सर्जरी कर छिपा लाए माइक्रो ब्लूटूथ डिवाइस, गतिविधियां संदिग्ध दिखी तू फ्लाइंग स्क्वाड ने पकड़ा, करतूत देख कर अधिकारी भी हैरान
इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में मेडिकल के 2 छात्रों द्वारा नकल का अनूठा मामला सामने आया है। मेडिकल एग्जाम में मोबाइल से नकल करते हुए 2 स्टूडेंट्स पकड़े गए (DAVV Medical College Final year Students Caught Cheating using Bluetooth device)
ये स्टूडेंट एमजीएम मेडिकल कॉलेज की एमबीबीएस के पुराने बैच के स्टूडेंट हैं,इनमें से एक स्टूडेंट ने ऑपेरशन कर कान में ही ब्लू टूथ फिट करा लिया था।
डीएवीवी से मेडिकल कॉलेज से 4 साल पहले ही जबलपुर की मेडिकल यूनिवर्सिटी में शिफ्ट हाे चुके हैं। पुराने बैच के ये छात्र एटीकेटी या फेल हाेने की वजह से पास नहीं हाे पाए। इसलिए इनकी अंतिम परीक्षा ली जा रही है,ये इन स्टूडेंट्स के लिए अंतिम मौका है।
सोमवार को इनका पेपर था,जांच के दौरान दो स्टूडेंट्स को डीएवीवी के गोपनीय विभाग की उप कुलसचिव रचना ठाकुर (DAVV Rachna Thakur) की टीम ने पकड़ा। इन छात्रों की गतिविधियां संदिग्ध दिखने पर इनकी जांच की गई तो इनके पास से मोबाइल मिले। एक छात्र ने नकल के लिए माइक्रो ब्लू टूथ (micro blue tooth device for cheating) डिवाइस को सर्जरी कर कान में फिट करा लिया था, ताकि वो बाहर से नजर नहीं आए, उसे पकड़ने वाली टीम भी ये देखकर हैरान रह गयी।
ये टीम भी इस छात्र के कान से ब्लू टूथ नहीं निकाल पाई।
ये सनसनीखेज मामला सामने आने के बाद अब डीएवीवी ने दोनों छात्रों का केस बनाया है साथ ही एमजीएम कॉलेज को भी नोटिस जारी किया है। इसके अलावा डीएवीवी उस डॉक्टर पर भी कार्रवाई करने की मांग कर रहा है जिसने छात्र का ऑपेरशन किया।
बाइट –
डॉ. रेणु जैन
कुलपति, डीएवीवी इंदौर