इंदौर में फहराया सीएम ने तिरंगा, पुलिस आयुक्त सहित बीएसएफ के तीन अधिकारी राष्ट्रपति पदक से सम्मानित, निगम की झांकी ने सबका ध्यान खींचा
Indore- मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 73 गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में परेड की सलामी साथ ही ध्वजारोहण कर प्रदेश की जनता को संबोधित कर कई घोषणा भी की साथ ही 2 करोड़ घरो तक पानी पहुँचाने के लक्षक व 2 लाख नोकरिय प्रदेश में बढ़ाने के लिए उद्योगो को बढ़ावा दिया जाएगा।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा इस वर्ष 73 वें गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में ध्वजारोहण किया गया, इस मौके पर नेहरू स्टेडियम को भव्य रुप से सुंदर रूप में तब्दील किया गया, बीएसएफ के बैंड के किशु मधुर धुन के साथ ही समारोह में प्लाटूनओं द्वारा मार्च पास्ट कर परेड की सलामी दी गई.
परेड में जिला पुलिस बल पीटीसी होमगार्ड फायर विकेट तथा यातायात पुलिस के जवानों द्वारा भी परेड निकाली गई ,
पूरे ग्राउंड में राज्य शासन द्वारा संचालित की जाने वाली योजनाओं की सुंदर झांकियां प्रस्तुत की गई, नगर निगम द्वारा स्वच्छता के क्षेत्र में किए गए कार्यों को झांकियों के रूप में दर्शाया गया, आवासी योजना तथा नगर विकास पंचायत जल संरक्षण सहित एमपी इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन द्वारा आत्मनिर्भर भारत की सुंदर झांकी प्रस्तुत की गई, महामारी के समय इंदौर में बनाए गए देश के दूसरे सबसे बड़ा कोविड-19 सेंटर इंदौर विकास प्राधिकरण के माध्यम से कृषि विभाग, प्रकृति शिक्षा विभाग, संस्कृतिक विभाग शहीद शहीदों पर आधारित झांकियां भी सम्मिलित की गई
स्टेडियम में हुए ध्वजारोहण में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा कई योजनाएं भी संचालित की जाने की मंच से घोषणा की है जिनमें 200000 रोजगार के अवसर पैदा करने के साथ ही आने वाले समय में 1 लाख नौकरियां सरकारी व प्राइवेट सेक्टर में उत्पन्न करने की बात कही है , इंदौर को स्टार्टअप के क्षेत्र में देश की राजधानी के साथ ही जैविक खेती में भी काफी संभावना बढ़ाने प्राकृतिक आपदा में जो फसलों को नुकसान हुआ है उसके लिए किसानों के खाते में राशि के ट्रांसफर के कार्य में तेजी के साथ ही किसानों को बड़ी राहत दी है ।
प्रदेश में बिजली की पूर्ति बनाने के साथ ही सुरला बिजली से आत्मनिर्भर के लक्ष्य को पूरा करने के लिए एशिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट लगभग बनकर तैयार हो चुका है , ओंकारेश्वर बांध पर फ्लोटिंग सोलर प्लांट बनाकर बिजली उत्पन्न की जाएगी ताकि प्रदेश बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन सके।