इंदौर शहर में आवारा और जंगली स्वान के चलते प्रतिदिन 200 से 300 लोगों को इसका शिकार होना पड़ रहा है लाल अस्पताल पर दिन प दिन स्वान के काटने मरीजों की फादर बी बढ़ती जा रही है
इंदौर शहर मैं आवारा और जंगली स्वान की तादात दिन प दिन बढ़ती जाए रही है जिसके चलते प्रतिदिन ढाई सौ से 300 लोगों को स्वान द्वारा प्रतिदिन कांटा जा रहा है इंदौर के लाल अस्पताल मैं प्रतिदिन 200 से 300 लोगों को टिटनेस और रेबीज के टीके लगाए जा रहे हैं। लाल अस्पताल के अधिक्षक श्री शर्मा द्वारा बताया गया है कि स्वान द्वारा काटे गए व्यक्ति को यदि समय पर टिका नहीं लगाया जाता है तो यह एक बहुत ही गंभीर बीमारी का शिकार हो सकता है शावक द्वारा काटे गए व्यक्ति को इसका असर करीबन 20 से 25 साल के बाद में रेबीज जेसी घातक बीमारी का शिकार हो सकता है। लाख दावे कर ले नगर निगम किस शहर से आवारा और जंगली स्वान को शहर से बाहर निकाल दिया गया लेकिन इस बात पता चलता है की जिस प्रकार प्रतिदिन 200 से 300 लोगों को आवारा शावक द्वारा काटा जा रहा है जिसके चलते शहर में आवारा और जंगली स्वान की तादात 10000 से भी अधिक इंदौर शहर में स्वान देखे जा सकते हैं इंदौर के अधिकतर निचली बस्तियों जिसमें आजद नगर खजराना चंदन नगर जैसी अन्य निचली बस्तियों में स्वान की तादात अधिक मात्रा में देखने को मिलती है।
इंदौर कार्ड लाल अस्पताल जो की एकमात्र ऐसा अस्पताल है जहां पर स्वान के टीके लगाए जाते हैं जिसके चलते प्रतिदिन दही से तो 300 लोगों को अस्पताल आते हैं एक ही ओपीडी होने के चलते कई बार मरीजों को भी परेशानी का सामना।