एक कमरे का झोंपड़ी जैसा मकान, अस्सी हज़ार का बिजली बिल, कोई सुनवाई नहीं और बिजली भी काट दी, आहत होकर युवक ने फांसी लगा कर दी जान, क्या ये आत्महत्या है या विद्युत वितरण निगम कर्मचारियों द्वारा हत्या ?
बाईट – एसके बामनिया , जांच अधिकारी , थाना मल्हारगंज , इन्दौर
इंदौर – पश्चिम विधुत वितरण कम्पनी के बढ़े हुए बिजली के बिल के कारण एक युवक ने अपने ही घर मे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली ,वही मृतक का मकान भी काफी छोटा था लेकिन उसका बिल अस्सी हजार रूपये आया जिसको लेकर वह काफी डिप्रेशन में था और इसी डिप्रेशन में आकर उसने फांसी लागकर आत्महत्या कर ली ,वही पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।
घटना इंदौर के मल्हारगंज थाना क्षेत्र के पँचमूर्ति नगर की है यहां रहने वाले युवक बबलू दुबे का बिजली का बिल अस्सी हजार रुपये आ गया वही बबलू का घर काफी छोटा था इतना अधिक बिल आ जाने के कारण वह पशिचम विधुत वितरण कम्पनी के अधिकारियों के पास गया और बिल कम करने की गुहार लगाई लेकिन उसके बाद भी अधिकारियों ने उसकी कोई सुनवाई नही की , सभी अधिकारियों से दरखास्त लगाकर बबलू देर शाम को अपने लोटा और चुपचाप अपने कमरे में चला गया वही बताया जा रहा है कि शाम को ही बबलू की बेटी का जन्मदिन भी था तो परिवार उसकी तैयारी में जुटे हुआ था और जब काफी देर बाद परिजनों ने देखा कि बबलू कही पर नजर नही आ रहा तो कमरे में जाकर देखा जा बबलू फांसी के फंदे पर झूल रहा था जब इसकी जनाकारी पड़ोसियों को लगी तो उसे फंदे से नीचे उतार कर पुलिस को सूचना दी गई वही परिजनों का भी कहना है कि बढ़े हुए बिजली के बिल के कारण ही बबलू ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली , वही बबलू ने भी किसी तरह का कोई सुसाइट नोट भी नही छोड़ा ,लेकिन पुलिस परिजनों के बयानों के आधार पर ही जांच में जुटी हुई है। वही घटना सामने आने के बाद विधुत वितरण कम्पनी के खिलाफ रहवसियो में भारी आक्रोश नजर आया । वही पुलिस ने पूरे मामले में बॉडी को जब्त कर पोस्ट मार्टम के लिए जिला हॉस्पिटल भेजा।
फिलहाल विधुत वितरण कम्पनी के अधिकारियों को घटना की जानकारी लगने के बाद भी मौके पर कोई अधिकारी नही पहुचा इसे अनुमान लगाया जा सकता विधुत वितरण की कार्यप्रणाली में कही ना कही कोई खामी है जिसके कारण आज एक युवक को बढ़े हुए बिल के कारण फांसी लगकार जीवन लीला समाप्त करनी पड़ी , फिलहाल अब देखना होगा कि आने वाले समय मे इस पूरे ही मामले में किस तरह की जांच की जाती है और क्या करवाई की जाएगी।