एक रात की दुल्हन के 75 हज़ार ! इंदौर पुलिस ने पकड़ा अनूठा गिरोह जो कुंवारे लड़कों की शादी करवाता और अगले ही दिन दुल्हन हो जाती फरार, खुलासा सुनकर रह जाएंगे दंग
प्रदेश की आर्थिक राजधानी में इन दिनों हर दिन एक नया अपराध सामने आ रहा है। कहीं स्पा पार्लर की आड़ में चल रहा हो देह व्यापार, तो कहीं ड्रग्स तस्करों का बड़ा गिरोह शहर में नशे का कारोबार कर रहा है , हालांकि इंदौर पुलिस हर अपराध पर नजरें गड़ाए बैठी है, और अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। ऐसा ही एक मामले में इंदौर की कोतवाली थाना पुलिस ने तीन महिला आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल यह तीनों महिलाएं शादीशुदा होने के बावजूद अपना नाम बदलकर ऐसे नौजवानों को झांसी में लेती है, जिनकी कहीं शादी नहीं हो रही हो या कोई खामी हो.. जो सामाजिक रीति रिवाज के साथ में सुखमय जीवन जीने के लिए एक सुशील युवती की तलाश कर रहा हो। यह महिलाएं अपने एजेंट के माध्यम से उससे पहले दोस्ती करती है और उसके बाद उसे अपने झांसे में लेकर लड़की दिखा कर पैसे की मांग करती है। जब सौदा पट जाता है, तो यह महिलाएं उस युवती की कभी बहन बन जाती है, तो कभी मां और दुल्हन की कोर्ट मैरिज करवा कर उसे युवक के साथ भेज देती है। फिलहाल कोतवाली थाना पुलिस नार्थ तोड़ा में रहने वाले फरियादी रवि सिंह ने शिकायत की तब पुलिस को इस बात की भनक लगी कि इस तरह का मामला भी संचालित हो रहा है जिसमें एक गिरोह काम कर रहा है, जब पुलिस ने विवेचना शुरू की तो एक के बाद एक महिलाओं के नाम सामने आने लगे जिसमें 3 महिलाओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पूछताछ में पुलिस ने पूरी कहानी समझी तो यह सामने आया कि सबसे पहले रवि नामक फरियादी ने अपने दोस्त जो देवास में रहने वाला है उससे बात की और उससे शादी करने के लिए किसी अच्छी युवती की तलाश करने के लिए कहा, देवास निवासी विनोद ने मंजू नामक महिला से संपर्क किया और उसके आधार पर वह पूजा से मिला, पूजा और मंजू ने मिलकर रेशमा नामक महिला से रवि सिंह को मिलाया।
रवि ने रेशमा से शादी की लेकिन दूसरे ही दिन वह अपने भाई को घर बुलाकर कहीं चली गई जिसके बाद वापस नहीं लौटी, शादी करने के एवज में तीनों महिलाओं द्वारा 90,000 रुपए की डील हुई, जिसमें रवि द्वारा 75000 रुपए महिला को दे दिए गए लेकिन वापस नहीं लौटी तो पुलिस की शरण ली।
यह पूरी घटना में तीनों ही महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार होने के बाद महिलाओं ने पूछताछ में बताया जिस रेशमा नामक महिला से फरियादी रवि की शादी की गई थी, वह असल में राधिका उर्फ वर्षा थी, वर्षा ने नाम बदलकर रवि के साथ कोर्ट मैरिज की और एक रात बाद दूसरे दिन अपने भाई को बुलाकर रफूचक्कर हो गए, वहीं महिलाएं अगले शिकार की तलाश में घूम रही थी।
गौरतलब है कि पूरे गिरोह की सरगना मंजू और पूजा के पति जेल में एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार हो चुके हैं जिनकी जमानत करवाने के लिए महिलाओं ने इस तरह का खेल रचा था लेकिन पुलिस को आशंका है कि यहां महिलाएं पहले भी इस तरह के अपराध को अंजाम दे चुकी हैं।
फिलहाल पुलिस इन से सख्ती से पूछताछ कर रही है और अन्य पीड़ितों की भी तलाश कर रही है जिनके साथ इस तरह का धोखा हुआ है।