कमिश्नर की दो टूक – उद्योगों का अपशिष्ट नहीं मिलना चाहिए कान्ह नदी में
इंदौर,कमिश्नर इंदौर संभाग श्री आकाश त्रिपाठी ने दो टूक शब्दों में कहा है कि कान्ह नदी में इंदौर के उद्योगों का अपशिष्ट किसी भी दशा में नहीं मिलना चाहिए। नगर निगम और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की संयुक्त टीम प्रत्येक औद्योगिक इकाई में जाकर इस संबंध में किये गए उपायों का निरीक्षण करे और एक सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत करें। कमिशनर श्री आकाश त्रिपाठी ने आज कमिशनर कार्यालय में कान्ह और सरस्वती नदी के पुर्नजीवन के लिए किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जाटव, आयुक्त नगर निगम श्री आशीष सिंह, इंदौर विकास प्राधिकरण के सीईओ श्री विवेक श्रोत्रिय और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में आयुक्त नगर निगम श्री आशीष सिंह ने अब तक किए गए कार्यों की जानकारी दी। बैठक में उपस्थित उपायुक्त श्री संदीप सोनी और रोहन सक्सेना ने प्रगति की जानकारी दी। बताया गया है कि जू, नहर भंडारा और प्रतीक सेतु राजेन्द्र नगर के पास में कार्य प्रगति पर हैं। हुकुमा बिजलपुर में 4 कंपोनेंट में कार्य किया जा रहा है। राधास्वामी हिम्मत नगर के पास 30 फ़ीसदी कार्य पूर्ण हो चुका है। बैठक में साइट के फोटोग्राफ्स भी दिखाए गए। संभागायुक्त श्री आकाश त्रिपाठी ने सीपी शेखर नगर में काम की प्रगति और बढ़ाने के निर्देश दिए। इस क्षेत्र में 52 किलोमीटर लंबाई की सीवरेज लाइन डाली जानी है।
बैठक में बताया गया कि इंदौर में कुल 97 उद्योगों को चिन्हित किया गया है। इनके डिस्चार्ज नदी की ओर जाते हैं। इन सभी को निर्देशित किया गया है कि वे अपने परिसर में टैंक बनाएँ और डिस्चार्ज को वहाँ इकट्ठा होने दें। ट्रीटमेंट के बाद ही यह डिस्चार्ज निष्प्रयोजित होगा। बैठक में उपस्थित जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री जे.डी. अग्रवाल ने बताया कि गत बैठक में दिए गए निर्देश के अनुसार विभाग द्वारा 3 स्टाप डेम के ड्राइंग और इस्टीमेट तैयार कर लिए गए हैं।
होल्कर राज्य के इंजीनियर्स से लें सीख
कमिश्नर श्री आकाश त्रिपाठी ने नगर निगम द्वारा पुराने स्टॉप डेम के जीर्णोद्धार की भी समीक्षा की। उन्होंने नगर निगम के इंजीनियर से कहा कि वे होल्कर राज्य के इंजीनियर से सीखें, जिनके द्वारा कान्ह नदी में बनायी गई स्टॉप डैम की संरचनाएं आज सौ साल बाद भी जीवित हैं।