कश्मीर में सरकार के मूवमेंट को संघ का सपोर्ट : संघ शुरू करेगी 14 अगस्त से पाकिस्तान और चीन ऑक्युपाइड कश्मीर वापस लेने का आंदोलन , किसके बैनर तले होगा ये अभी तय नहीं
इंद्रेश कुमार, ( राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ नेता)
इंदौर। देश में आगामी 14 अगस्त से ‘पीओजेके और सीओजेके खाली करो आंदोलन’ शुरू किया किया जाएगा। इसके तहत पकिस्तान अधिकृत कश्मीर का हिस्सा और चीन अधिकृत कश्मीर का हिस्सा वापस लेने के लिए आंदोलन की शुरुआत की जा रही है। ये बड़ी घोषणा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने इंदौर में पत्रकारों से समक्ष कही। हालांकि इंद्रेश कुमार ने यह नहीं बताया कि आंदोलन किस बैनर तले होगा।लेकिन इतना तय है कि हाल ही में कश्मीर में बढ़ी हलचल इस आंदोलन का ही हिस्सा है।
इंदौर प्रवास पर आए इंद्रेश कुमार ने देश के वर्तमान हालत पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद 78 हज़ार वर्गमीटर पाकिस्तान के पास और 43 हज़ार वर्गमीटर चीन के पास चला। अब समय आ गया है कि इसे वापस लेने की पहल शुरू की जाए। उन्होंने कहा कि एक देश, एक ध्वजा और एक संविधान से ही देश का सम्पूर्ण विकास संभव है। इंद्रेश कुमार ने सवाल उठाया कि क्यों देश के नागरिकों को कश्मीर में रहने और जमीन जायदाद खरीदने की इज़ाज़त नहीं है। जबकि हम कश्मीरियों को देश में समान रूप से स्वीकारते हैं।
संघ नेता ने कहा कि देश में सिलेक्टिव मॉब लिंचिंग पर बात हो रही है। जबकि कश्मीर से लेकर जेएनयू तक जो भी देश विरोधी गतिविधियां की जा रही है, वह मॉब लिंचिंग ही है। उन्होंने इशारे में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गांधी के उस बयान का जिक्र भी किया, जिसमे उन्होंने कहा था कि जब कोई पेड़ हिलता है तो पत्ते भी गिरते हैं। यहां इंद्रेश कुमार ने यह भी सवाल उठाया कि जब मक्का मदीना, यरूशलम, स्वर्णमंदिर और बोधगया को लेकर श्रद्धा पर संदेह नहीं है तो फिर अयोध्या में राम मंदिर पर सवाल क्यों।
इंद्रेश कुमार ने जात-पात से ऊपर उठकर सबके साथ समान नज़रिये पर जोर देते हुए कहा कि आज छुआछूत मुक्त समाज की आवश्यकता है। उन्होंने सामाजिक आचार संहिता की बात भी कही। इंद्रेश कुमार ने कहा कि स्वच्छता के साथ जल और पर्यावरण संरक्षण पर भी जोर देने की जरुरत है।