कांग्रेस मुक्त भारत का नारा देने वाले, देश को बीजेपी मुक्त करने लग
अशोक रघुवंशी - भारतीय न्यूज़, इंदौर
विश्व के सबसे बड़े संगठन के अहंकार में डूबी बीजेपी का आधार कब खिसक गया किसी को नजर नही आया।
बीजेपी में वरिष्ठ नेताओं के 50 साल की तपस्या का परिणाम 2014 पूर्ण बहुमत की BJP सरकार कार्यकर्ताओ की दिनरात की मेहनत व संगठन और नरेंद्र मोदी अमित शाह की जोड़ी को कार्यकर्ताओ के साथ देश की जनता ने भी अपने सपनो का मसीहा मान लिया था।
शुरुवात में इस जोड़ी के हर निर्णय चाहे वो गलत हो या सही आकलन करे बिना देश नमो नमो की गूँज में डुबा रहा, फिर बीजेपी कार्यकर्ताओं का मोहभंग होना तब शुरू हुआ जब उन्होंने देखा की लगातार ये जोड़ी BJP के उन नेताओ को सरेआम बेइज्जत करने पर उतारू हो गई जिन नेताओ ने संगठनको खड़े करने में अपने 50 साल लगा दिए।
सफलताओ का सारा श्रेय सिर्फ 2 लोगो को प्रायोजित तरीके से मिलने लगा, अन्य वरिष्ट नेता- कार्यकर्ता ठगाए महसूस करने लगे। BJP के इन हालातों के पीछे संघ से थोपे गए संगठन मंत्रियो का भी बड़ा योगदान है।
देश प्रदेश की सरकारें सांसद विधायको से भी ऊपर हो गए , संगठन मंत्री 15 साल सिर्फ दिखावे को घर परिवार छोड़ पार्टी कार्यालयों में पड़े रहने वाले संगठन मंत्रियो ने पूर्ण विलासिता का जीवन जिया, खूब धन संग्रह किया। कार्यकर्ता भी पद की लालसा में खूब शोषित हुआ, गले गले तक तक धन वैभव से भरे संगठन मंत्री 2018 विधानसभा चुनाव में किसी विधानसभा में नजर नही आये,अपने वातानुकूलित कमरों की शोभा बढ़ाते रहे।
BJP कार्यकर्ता हो, पदाधिकारी हो सभी जनता से जुड़ी जनता की बात संगठन तक पहुचाने की नाकाम कोशिश करते रहे लेकिन सुनने वाले न देश मे थे न प्रदेश में, नतीजा 3 राज्यो में सत्ता चली गयी।
आज लोकसभा चुनाव सर पर है लेकिन आज भी राष्ट्रीय संगठन और प्रदेश संगठन उन करोड़ो कार्यकर्ताओ व जनता के मन की बात सुनने के बजाय अपने मन की बात ही करते नजर आ रहा है। अनुशाषित BJP कार्यकर्ता,वरिष्ठ पदाधिकारी,आये दिन पार्टी संगठन के ख़िलाफ़ बोल रहे है , आखिर क्यों अनुशासन खत्म हो गया BJP में ? कैसे सुधरेंगे हालात ?
जो हमे नजर आता है, भारतीय जनता पार्टी के सभी पुराने नेताओ को एक साथ आना होगा, अमित शाह को गुजरात भेज शिवराज सिंह को राष्ट्रीय नेतृत्व की कमान सौपनी होगी तथा साथ ही सभी प्रदेश व जिला स्तर के नेतृत्व को बदलकर सभी संगठन मंत्री जो संघ से आये है उन्हें फिर संघ की शाखाओं में भेजा जाना चाहिए।
संगठन मंत्रियो का पद समाप्त कर वर्तमान हालात और कार्यशैली के साथ संगठनमें बदलाव नही किया गया तो सत्ता से बेदखली के साथ कांग्रेस मुक्त की जगह BJP मुक्त न हो जाये देश।
अशोक रघुवंशी – भारतीय न्यूज़ इंदौर