जिस अश्लील फ़िल्म की शिकायत पर साइबर सेल ने केस दर्ज कर वेब सीरीज़ के नाम पर हो रही प्रोनोग्राफी का खुलासा किया , वही फ़िल्म अभी तक खुले आम इंटरनेट पर आसानी से उपलब्ध, जिस फिनियों फ़िल्म की वेबसाइट पर ये सभी 84 पोर्न फिल्म्स मौजूद वही अभी तक ऑनलाइन , उसका एप भी प्ले स्टोर पर मौज़ूद
भारती न्यूज़ इनसाइड स्टोरी
इंदौर। शहर में मॉडल्स को वेब सीरीज और ओटीटी प्लेटफार्म पर काम दिलाने के नाम पर उनकी पोर्न फिल्म बनाकर अश्लील वेबसाइटों पर अपलोड करने के मामले में हाल ही में पुलिस ने फिनियो मूवीस के कर्ता-धर्ता केशव सिंह और दीपक सैनी को गिरफ्तार किया था, इससे पहले भी इस गोरखधंधे से जुड़े कई लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है
भारतीय न्यूज़ टीम ने जब इस पूरे मामले पर अभी तक हुई कार्यवाही की जानकारी जुटाई तो उसमें कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने आए, इस पूरे मामले में जिस फिल्म को आधार बनाकर मॉडल युवती ने जुलाई माह में मामला दर्ज करवाया था वह फिल्म अभी तक इंटरनेट पर खुलेआम उपलब्ध है.
मॉडल युवती ने शहर के साइबर सेल मे शिकायत दर्ज करवाई थी की वेब सीरीज के नाम पर काम दिलाने के लालच में उससे कुछ बोल्ड सीन शूट करवाए जिन्हें बिना एडिट किए ही पोर्न वेबसाइट में डाल दिया था जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और पूरे प्रदेश को हिला देने वाला यह मामला खुला लेकिन जिस मूल फिल्म को लेकर सारा हंगामा हुआ वह फिल्म एक नहीं अनेकों अश्लील साइटों पर अभी तक उपलब्ध है, इतना ही नहीं इस फिल्म को आसानी से डाउनलोड करने के लिंक्स भी मौजूद है।
इस फिल्म के नाम को गूगल पर डाल कर सर्च करने मात्र से ही गूगल सर्च कर करीब 3 पेज इसी फिल्म के लिंक से भर जाते हैं, साथ ही जिस ओटीटी प्लेटफॉर्म फिनियो मूवीस पर यह सभी फिल्में मौजूद है वह वेबसाइट और मोबाइल एप्लिकेशन अभी तक बदस्तूर जारी है और ऑनलाइन है जिनकी लिस्टिंग अभी तक गूगल जैसे सर्च इंजन से भी नहीं हटाई गई है।
इस मामले के दर्ज हो जाने के करीब 2 माह बाद भी फ़िनियो मूवीस का मोबाइल एप्लीकेशन जिसे अब तक करीब एक लाख से अधिक डाउनलोड मिल चुके हैं गूगल प्ले स्टोर पर डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध है।
इस मामले पर हमारे संपादक डॉ सौरभ माथुर ने इंदौर साइबर सेल एसपी श्री जितेंद्र सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि
साइबर सेल की ओर से गूगल समेत सभी उन प्लेटफार्म को इन सभी लिंक्स और वेबसाइट को हटाने के लिए नोटिस और निर्देश भेजे जा चुके हैं लेकिन अगर अभी तक उन्हें नहीं हटाया गया है तो ऐसे में उन सभी दोषी कंपनियों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आश्चर्यजनक बात यह है कि जिस देश में करोड़ों रुपयों की लागत सेनिर्मित ब्लॉकबस्टर फिल्मों के पायरेटेड लिंक्स को गूगल समेत पूरी दुनिया के सभी बड़े सर्च इंजन से हटवाने में एक हफ्ता भी नहीं लगता वहां एक मॉडल की इज्जत से खेलती ऐसी अश्लील फिल्मों को हटाने के लिए 2 माह का वक्त भी कम पड़ता नजर आ रहा है, बहरहाल अब देखना यह है की प्रदेश की साइबर पुलिस इस मामले को कितनी गंभीरता से लेगी और कब यह सभी कंटेंट इंटरनेट से हटाया जाएगा।
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