डीजीपी विके सिंह सीएम से बोले – सर आपको मेरा गलत फीडबैक मिला है, सीएम बोले : आप समन्वय से काम करिए, आईएएस और आईपीएस में टकराव नहीं होना चाहिए, एक बार फिर आईएएस लॉबी पड़ी आईपीएस पर भारी, डीजीपी सिंह के पद पर बने रहने की संभावना तो वहीं डीजी पुलिस रिफॉर्म मैथिलीशरण गुप्त बोले ‘ मैं पोलिसिंग सिस्टम को बदल सकता हूं, मुझे डीजीपी बनाने में सहयोग करें ‘
डॉ सौरभ माथुर
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भोपाल। राजगढ़ कलेक्टर निवेदिता के थप्पड़ कांड पर डीजीपी वीके सिंह ने मुख्यमंत्री से मिल उन्हें पूरे मामले में सफाई पेश करते हुए कहा कि सर आपको गलत फीडबैक मिला है मैंने सिर्फ जांच रिपोर्ट फॉरवर्ड करी है, इस पर सीएम का कहना था कि आप समन्वय से काम करिए आईएएस और आईपीएस में टकराव जैसे हालात कतई नहीं बननी चाहिए।
पिछले कुछ दिनों से डीजीपी वीके सिंह के पद से हटाने की अटकलें तेज होने के बाद डीजीपी वीके सिंह ने मुख्यमंत्री से मिलकर उनको पूरा मामला बताने का फैसला लिया हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और मंत्री गोविंद सिंह शुरू से ही डीजेपी वीके सिंह की पैरवी कर रहे हैं लेकिन आईएएस लॉबी के दबाव के चलते मुख्यमंत्री पर दबाव बनाने की सूचना ने डीजीपी को बेचैन कर रखा था।
सूत्रों की माने तो डीजीपी वीके सिंह लॉबिंग में थोड़े कमजोर माने जाते हैं हालांकि कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ उनके अच्छे संबंध है लेकिन फिर भी विभागीय पॉलिटिक्स के दांव पेंच में इस बार वह फंसते नजर आ रहे हैं।
पद से हटाए जाने की अटकलों के बाद डीजीपी वीके सिंह ने प्लान बी के रूप में दिल्ली जाने की तैयारी भी शुरू कर दी थी।
वहीं डीजी पुलिस रिफॉर्म मैथिलीशरण गुप्त ने सोशल मीडिया के द्वारा खुद को डीजीपी बनाए जाने का आग्रह बुद्धिजीवियों से कर डाला, उन्होंने लिखा मैं पुलिसिंग सिस्टम को बदल सकता हूं पुलिस लोगों की मददगार और समय पर साथ खड़ी होने वाली होगी मैं खुद को पीड़ित या पीड़ित के रूप में पेश नहीं करना चाहता हूं कि सरकार मेरी क्षमता को समझें इसीलिए प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उन्हें डीजीपी बनाने में बुद्धिजीवी आगे आएं।
सूत्रों की माने तो डीजीपी वीके सिंह को फिलहाल अभय दान मिल गया है और वह पद पर बने रहेंगे ऐसी स्थिति में साइबर सेल स्पेशल डीजी राजेंद्र कुमार हनी ट्रैप एसआईटी के चीफ बने रहेंगे जबकि वीके सिंह को पद से हटाए जाने की स्थिति में उन्हें नए डीजीपी के तौर पर प्रोजेक्ट किया जा रहा था।