तेजाजी नगर थाने पर फल से भरे ट्रक को छोड़ने के एवज में बीस हजार रूपए रिश्वत लेने का आरोप,वरिष्ठ भाजपा नेता मोघे के भी समझाने के बाद ले लिए पैसे, मामला भोपाल पहुंचा तो डीआईजी ने तुरंत लिया संज्ञान, पीड़ित व्यापारी के बयान लेने के बाद गिर सकती है टी आई व अन्य पर गाज
इंदौर। जहां अभी हाईवे से जाते किसी भी फल से भरे ट्रक को रोकने की मनाही है, व ऐसे ही मामले में विदिशा कलेक्टर हेड कांस्टेबल को फोन पर ही सस्पेंड कर चुके थे, ऐसा ही एक मामला इंदौर के तेजाजी नगर थाने में आया जहां बायपास से गुज़र रहे ट्रक mp46h1226 जिसमें बड़वानी ज़िले के महेश तिवारी के केले जा रहे थे को तेजाजीनगर पुलिस ने रोक लिया, ड्राइवर ने सभी उपयुक्त कागज़ भी दिखाए लेकिन पुलिस वाले एक नहीं माने अथवा ट्रक को थाने ले जा कर खड़ा कर दिया।
चूंकि ट्रक में जा रहा केला भाजपा के नेता व प्रदेश कमेटी के सदस्य महेश तिवारी का था इसीलिए ड्राइवर का फोन आते ही उन्होंने तुरंत भाजपा के इंदौर में वरिष्ठ नेता व पूर्व महापौर कृष्नमुरारी मोघे को पूरा मामला बताया व मदद मांगी जिसके बाद खुद मोघे ने टेजाजीनगर थाने में बात की और उनको भी बेवजह ट्रक रोखने का कारण बताने को कहा , सूत्रों के अनुसार बावदूड इसके थाना स्टाफ ने कथित रूप से बीस हज़ार रुपए रिश्वत के कर ट्रक छोड़ा।
पूरा मामला जैसे ही भोपाल पहुंचा तो हड़कंप मच गया, पीएचक्यू से वरिष्ठ अफसरों ने तुरंत डीआईजी इंदौर श्री हरिनारायण मिश्रा को पूरे मामले की जांच करने को कहा तो तुरंत मामले लो गंभीरता से लेते हुए डीआईजी ने पीड़ित महेश तिवारी को फोन पर उनके व ड्राइवर के बयान देने को कहा ताकि दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही हो सके।
अब देखना ये है कि जब पूरा मामला खुलेगा तो और क्या क्या रंग निकलेंगे।