‘ दुर्गा माँ’ को कन्धा दिया अकील, असलम, राशिद ने , इंदौर में दिखी एक ऐसी मिसाल भी
इंदौर में देखने को मिली इंसानियत की बेहतरीन मिसाल, दुर्गा माँ का अंतिम संस्कार किया मुस्लिमो ने, इंदौर के साउथ तोड़ा जूना गणेश मंदिर के वहा रहने वाली एक बुज़ुर्ग महिला जिनको मुहल्ले वाले दुर्गा माँ नाम से पुकारते थे.
कुछ दिनों से दुर्गा माँ बीमार थी, रात को मोहल्ले में रहने वालों मुस्लिम परिवारों ने तबियत पूछी फिर सुबह जब देखा तो मुहल्ले रोना धोना शुरू हो गया ,मालूम पड़ा के दुर्गा माँ नही रही, उनके दो लड़के है जो कही और रहते है उन्हें बुलाया। जब वो आये तो उनके पास इतने पैसे भी नही थे के अपनी माँ का अंतिम संस्कार कर सके, तभी मुहल्ले के अकील भाई, असलम भाई , मुद्दसर भाई, राशिद, इब्राहिम मामू ,इमरान ,सिराज जैसे मुस्लिमो भाइयो ने अपनी दूर्गा माँ का अंतिम संस्कार किया और एक सुनहरी इबारत लिखी जो दुनिया मे बहुत ही कम देखने को मिलती है।
आज के इस माहौल में जब दूर्गा माँ के लिए मुस्लिमो ने जो काम किया वो उन नफरत फैलाने वालों के मुंह पर जोरदार तमाचा है हिन्दू मुस्लिमो को बाटकर अपनी राजनीति करते हैं , देखिए किस तरह से सर पर टोपी लगाके कन्धा दे रहे है जैसे अपनी सगी माँ को कंधा देरहे हो और मुखाग्नि में भी साथ रहे ये लोग.