देश में लाखों आदमी भूख से बेहाल है वहीँ कुछ अफसरों के आलस ने बारिश में सड़वा दिया हज़ारों क्विंटल गेहूं, प्रदेश के कैबिनेट मंत्री के गृह क्षेत्र सांवेर में दिखी घोर लापरवाही
सम्पादक - डॉ सौरभ माथुर
इन्दौर से तकरीबन 30 किलोमीटर दूर साँवेर की अनाज मंडी में खुले आसमान के नीचे करीब 30 हजार क्विंटल गेहूं रखा है जो कि देर रात से अलसुबह तक हुई बारिश की भेंट चढ़ गया। मंडी प्रबंधक का कहना है कि बंपर आवक के कारण ट्रांसपोर्टेशन की कमी के चलते माल अधिक आ गया और उसे खुले में रखना पड़ा।
जी हां वीडियो में जो गेहूं खुले आसमान के नीचे रखा हुआ दिख रहा है यह उन किसानों की मेहनत से उगाया गया अन्न का दाना है जिसे उन्होंने दिन रात मेहनत कर आपकी पेट की भूख मिटाने लायक बनाया है।और मंडी में प्रशासन को बेचा है। लेकिन सरकार व प्रशासन कमजोर कार्यप्रणाली के चलते हजारों क्विंटल गेहूं खराब होने की स्थिति में आ सकता है क्योंकि देर रात से अलसुबह तक क्षेत्र में लगातार रिमझिम बारिश हुई है, जहां पेट की भूख मिटाने वाला यह अन्य का दाना बारिश की भेंट चढ़ गया है। साँवेर मंडी के प्रबंधक रमेश दयाल का कहना है कि बारिश का मौसम को देखते हुए गेहूं के ऊपर प्लास्टिक लगा दी गई थी लेकिन नीचे से पानी घुसा है और बहुत कम मात्रा में गेहूं खराब होने की स्थिति में है। लेकिन मंडी परिसर में खुला पड़ा गेहूं खुद अपनी स्थिति बयां कर रहा है कि पानी गिरने के बाद यहां क्या हाल हुए हैं। साथी आपको बताना चाहेंगे कि साँवेर क्षेत्र के किसानों को गेहूं तुलाई को लेकर भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है यहां के कई वेयरहाउस पर आए दिन विवाद की स्थिति बन रही है।
बाईट – रमेश दयाल, मंडी प्रबंधक, साँवेर