देश मे ऐसे लोगो ने भी अपने मतदाता परिचय पत्र बनवा लिए जो भारत देश के नागरिक ही नही है।
राजेन्द्र के गुप्ता ,आईटीआई कार्यकर्ता , इंदौर
इंदौर – इंदौर के आईटीआई कार्यकर्ता ने सूचना के अधिकारी सभी जानकारी एकत्रित की ओर फिर इसे भारत निवार्चन आयोग के समक्ष रख उनके मतदाता परिचय निरस्त कर मतदाता लिस्ट में से उनके नाम डिलीट कर साथ ऐसे लोगो पर आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की माग की तकरीबन 2014 और 2015 से आईटीआई कार्यकर्ता निवार्चन आयोग से यह मांग कररहे है लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नही हुई इसको लेकर आईटीआई कार्यकर्ता ने हाई कोर्ट में पिटीशन लगाई पिटीशन पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने भारत निवार्चन आयोग प्रदेश निवार्चन आयोग और जिला निवार्चन आयोग को तीन महीने का समय देकर जवाब देने का कहा है साथ तीस अगस्त को पूरे हाई कोर्ट में जवाब देने के आदेश दिए है। वही यदि बात करे तो इंदौर में तकरीबन आठ हजार से अधिक फर्जी मतदाता निवास कर रहे है इसकी सूची भी आईटीआई कार्यकर्ताओ ने निर्वाचन आयोग को दी है यह एक तरह से अनोखा मामला है जब किसी आटीआई कार्यकर्ता ने मतदाता सूची को लेकर प्रश्न खड़े किए है।