दोस्त दोस्त ना रहा ! पक्के दोस्तों ने लूट लिए दोस्त से दस लाख, घर खरीदने के लिए पिता से लिए थे पैसे, दो दोस्त घुमाने ले गए और दो ने डुप्लीकेट चाबी से कर दिया माल साफ, 700 सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद खुली गुत्थी, इंदौर की भवरकुआँ पुलिस ने किया पर्दाफाश
इदौर- मध्यप्रदेश के इंदौर में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसके बाद कुछ लोगो का पक्की दोस्ती पर से विश्वास उठ सकता है। दरअसल, यूपी के एक छात्र के इंदौर में दोस्त बने लेकिन जो लोग सालों से दोस्त थे उनको जब छात्र के पास लाखों रुपये होने की जानकारी लगी तो उन्होंने एक योजना बनाकर अपने ही दोस्त के घर लाखों रुपये की चोरी कर डाली।
इधर, पुलिस को जब चोरी का पता चला तो सैंकड़ो कैमरे खंगालने के साथ ही दोस्तों की मोबाइल रिकार्डिंग के आधार पर उन्हें गिरफ्तार कर उनके पास से रूपये और लैपटॉप बरामद कर लिया।
दरअसल उत्तरप्रदेश के खलीलाबाद में रहने वाला शुभम राय पिछले 3 साल से इंदौर के एज्युकेशन हब भँवरकुआं क्षेत्र की अम्बिकापुरी कालोनी में हरिओम कर्मा के मकान में किराये से रह कर एम.बी.ए. और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की पढाई कर रहा है। वहीं इन्दौर में मकान खरीदने के लिये फरियादी शुभम अपने घर से करीब 10 लाख रुपये एडवांस देने के लिये लेकर आया था। इस रकम को उसने अपने कमरे में सूटकेस में रख दिया था।इधर, शुभम राय ने नए मकान के सपनो और एडवांस राशि का जिक्र उसके दोस्त सौरभ मीणा, वरुण वैद्य और आदित्य से किया। बस इसी के बाद धोखेबाज दोस्तो ने एक योजना बनाई और 24 जनवरी की शाम को योजना के मुताबिक शुभम राय को उसके दोस्त सौरभ मीणा और वरुण वैद्य महू की तरफ ले गए जहां से सभी रात 10 बजे वापस लौटे तो देखा कि घर के कमरे का दरवाजा खुला है और सामान अस्त व्यस्त पड़ा है, जिस सूटकेस में करीब 10 लाख नगदी रुपये रखे थे वह भी गायब है।
इतना ही नहीं इसके अलावा एक दूसरा बैग जिसमें लैपटॉप व मोबाईल फोन तथा कुछ कागजात रखे थे वह बैग भी मौके से गायब था।
इधर इस बड़े झटके के बाद फरियादी शुभम राय ने थाना भँवरकुआं में रिपोर्ट दर्ज करवाई। घटना की गंभीरता को देखते हुये पुलिस के सीनियर ऑफिसर्स के निर्देश पर भंवरकुंआ पुलिस ने तफ्तीश शुरू की और घटना स्थल से लेकर आसपास के कई किलोमीटर दूर तक के करीब 700 सीसीटीवी कैमरो की फुटेज खंगाला और बदमाशों के रूट को ट्रेक करने पर पता चला कि पिपलियाहाना बायपास से महालक्ष्मी नगर तरफ जाना पाया गया।
दूसरी ओर पुलिस ने फरियादी के नजदीकी दोस्तो जिन्हे नगद रुपयो के बारे में जानकारी थी उनके मोबाईल सीडीआर का एनालिसेंस किया जिसके बाद घटना स्थल से कडिया जुडने की जानकारी प्राप्त हुई।
जिसके बाद पुलिस ने फरियादी के दोस्त बदमाश सौरभ मीणा और वरुण वैद्य को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की जिसके बाद उन्होंने पूरी कहानी उगल दी और बताया की दो दोस्त पार्टी के बहाने उसे बाहर ले जाएंगे और बाकी दो दोस्त आदित्य जादौन और दिनेश राजौरिया पहले से बनी चाबी से कमरा खोलकर नगद राशि चुराकर ले जाएंगे।
उप पुलिस आयुक्त महोदय जोन-4 इन्दौर राजेश कुमार सिंह ने बताया कि
चारों आरोपियों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई और चुराये गये राशि में से 9 लाख रुपये तथा लैपटॉप व मोबाईल जब्त कर लिया गया है।
पुलिस की पूछताछ कर ये पता लगाने में जुटी है कि बदमाश इस राशि का उपयोग कहा करने वाले थे।