पत्रकार अरनब गोस्वामी और उनकी पत्नी पर हमला, सोनिया गांधी से सवाल पूछने पर बौखलाई कांग्रेस, हमलावर यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता, इंटोलेरांस बोलने वाले खुद हो गए अनटोलेरांट ? क्या अब सच बोलने वाले पत्रकारों के मुंह बंद करवाने की कोशिश की जाएगी ?
डॉ सौरभ माथुर - संपादक
मुंबई। पालघर में हुए संतों पर हमले और हत्या के मामले में रिपब्लिक भारत के पत्रकार अर्नब गोस्वामी ने सोनिया गांधी और कांग्रेस से सीधे सवाल पूछे थे कि अब वह लोग चुप क्यों है क्योंकि अगर यही हमला मौलाना पादरी पर होता तो यह लोग खुलकर सामने आते ।
इसी बात से कांग्रेस इतना ज्यादा बौखला गई कि पत्रकार और उनकी पत्नी पर रात को ऑफिस से घर लौटते वक्त दो यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया जिसमें उनकी गाड़ी के शीशे तोड़ने की कोशिश करी उनको गाड़ी से उतारने की कोशिश की और बस नहीं चला तो सिर्फ चाहिए और डामर और काले धब्बे उनकी गाड़ी पर लगा दिए।
पत्रकार अर्नब गोस्वामी पर हुए हमले से ऐसी ताकतों ने सभी पत्रकारों से एक सवाल पूछा है कि हम तो तुम्हारा मुंह चित्र बंद करेंगे तुम क्या कर लोगे?
पूरे देश के पत्रकारों को इस सवाल का जवाब अपनी कलम से लिखना चाहिए वरना कल को जो हमला अरनव पर हुआ है वह किसी और पत्रकार पर भी हो सकता है और इसी तरह हर पत्रकार सच बोलना सच लिखने हैं डरेगा और उसकी कलम कंपेगी।