जयपुर की सदर थाना पुलिस ने एक बेहद नाटकीय घटनाक्रम में एडवोकेट गोवर्धन सिंह को जयपुर उच्च न्यायालय के बाहर से गिरफ्तार किया जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर हादसा वायरल हो रहा है।
इस मामले पर आज जयपुर पुलिस की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी गई जिसमें बताया गया कि कोविड महामारी के समय जब लॉक डाउन चल रहा था तब चेकिंग के दौरान वकील गोवर्धन सिंह को तत्कालीन सहायक पुलिस आयुक्त डॉक्टर संध्या यादव और उनकी टीम द्वारा लॉक डाउन का हवाला देकर घर पर ही रहने के लिए कहा गया जिस पर गोवर्धन सिंह द्वारा डॉक्टर संजय यादव से बदतमीजी और दुर्व्यवहार किया गया एवं देख लेने की धमकी दी गई जिस पर जयपुर थाना संबंध में मामला दर्ज कर निर्धारण में गोवर्धन सिंह के ऊपर मामला दर्ज किया गया इस पर अनुसंधान सत्य पाया गया जिसके आधार पर आरोपी की गिरफ्तारी होनी थी किंतु हाई कोर्ट हाईकोर्ट से रिट पिटिशन लगा वकील गोवर्धन सिंह ने मामले पर स्टे आर्डर लेते हुए अनुसंधान तक हाईकोर्ट ने रोक लगा दी थी जिस में आज अनुसंधान पूर्ण होने पर हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी से रोक हटाई जहां जयपुर की सदर थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जिसका वीडियो वकील के साथियों द्वारा बनवाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है।
अब देखना यह है कि पुलिस द्वारा लगाए गए आरोपों पर वकील गोवर्धन सिंह पर किस प्रकार मुकदमा चलता है और क्या कोर्ट ने भी यह आरोप सिद्ध भी हो पाते हैं या नहीं या मामले का कोई और पहलू देखने को मिल सकता है।