यदि सरकार ने और तीन महीने की किस्तें माफ नहीं करवाई तो उद्योग चलाना लगभग असंभव, प्रदेश के सबसे बड़े उद्योग संगठन GFID के अध्यक्ष ने साझा किया उद्योगों का दर्द
Deepak Bhandari, President, Global Forum for Industrial Development (GFID , previously known as MSME Forum)
इंदौर। प्रदेश के औद्योगिक संगठन जीएफआईडी ने आज सरकार को अपनी चिंता बताते हुए मदद की गुहार लगाई है। संगठन के अध्यक्ष श्री दीपक भंडारी जी ने भारतीय न्यूज़ से चर्चा करते हुए बताया कि यदि सरकार की तरफ से उद्योगों को कोई राहत नहीं दी गई तो निश्चित ही उद्योगों को चलाना करीब नामुमकिन हो जाएगा।
श्री भंडारी ने उद्योग संगठनों की तरफ से मांग की कि आने वाले 3 महीने की ईएमआई को सरकार और आगे बढ़ाए तथा बैंकों को निर्देश दिए जाएं कि उद्योगों के लोन खातों को एनपीए ना किया जाए अथवा बिजली के दरों में सिर्फ यूनिट के हिसाब से भुगतान हो और हो फिक्स चार्ज को बिल में न जोड़ा जाए।
साथ ही उन्होंने एक विशेष मांग रखते हुए यह भी कहा कि सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा निकाले जाने वाले टेंडरों में अभी कुछ समय के लिए सिक्योरिटी की राशि को या तो हटा दिया जाए या ना के बराबर रखा जाए ताकि बाकी उद्योग उसे पेटी कॉन्ट्रैक्ट के रूप में लेकर के अपना काम कर सके, जीएफआईडी ने ब्याज को कुछ समय तक ना वसूलने की मांग सरकार के आगे रखी जिसमें उनका कहना था कि आने वाले कुछ समय कम से कम खर्चों पर उद्योगों को चलाना भी अपने आप में बड़ी चुनौती है जिसमें हमें चुनाव करना अत्यंत ही मुश्किल हो रहा है कि हम या तो रॉ मेटेरियल खरीदें या अपने मजदूर भाइयों को तनख्वाह दें इसीलिए जीएफआईडी ने कामगारों से भी यह निवेदन किया कि कुछ समय वह भी आधी तनख्वाह पर अपना गुजर-बसर चलाएं ताकि इस लंबी होती हुई विषम परिस्थितियों को पार किया जा सके।