वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमति रुचिवर्धन मिश्र के निर्देशन मे इंदैर पुलिस द्वारा संचालित “संजीवनी“ हेल्पलाईन, अब पुलिस अवसादग्रस्त लोगों की भी करेगी मदद
इंदौर पुलिस द्वारा नवीन पहल ‘संजीवनी’ के मुख्य अंश
★ दांपत्य जीवन में खटास होने से युवक ने किया आत्महदाह का प्रयास।
★ नाराज पति करने चला था अपनी जीवन लीला समाप्त।
★ संजीवनी ने बचाई जान, काउंसलिंग कर टूटे हुए परिवार को संजोया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती रुचिवर्धन मिश्र (शहर) इंदौर के निर्देशन मे इंदैर पुलिस द्वारा संचालित “संजीवनी“-एक कदम जीवन की ओर हेल्पलाईन द्वारा नकारात्मक विचारों से ग्रसित होकर जीवन से हताश एवं परेशान लोगों की मनोचिकित्सकों की सहायता से परामर्श काउंसलिंग कराई जाकर उनको नकारात्मक विचारों से उबारने हेतु हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं। पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) श्री अवधेश गोस्वामी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राईम) ब्रांच श्री अमरेन्द्र सिंह के मार्गददर्शन मे इंदौर पुलिस द्वारा संचालित संजीवनी हेल्पलाईन द्वारा किये गये सराहनीय प्रयासों से कई पीड़ितो को मानसिक तनाव तथा आवासदों के कारण आत्महत्या जैसे गलत कदम उठाने जा रहे दौर से उबारने मे मदद मिली है।
संजीवनी हेल्पलाईन नंबर 7049108080 पर सूचना प्राप्त हुई थी कि अजीत सिंह (परिवर्तित नाम) उम्र 35 साल निवासी विजय नगर इंदौर, अवसादग्रस्त है। संजीवनी हेल्पलाईन द्वारा अजीत से संपंर्क किये जाने पर अजीत ने पारिवारिक विवाद के चलते तनाव में रहनेे की बात कही थी। पीड़ित के मानसिक तनाव की स्थिति इतनी बढ़ गई थी कि अजीत को आत्महत्या करने के विचार आने लगे थे। संजीवनी हेल्पलाईन द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए उसकी टेलिफोनिक काउसलिंग की गई, बाद अजीत के परिजनो से संपर्क किया जिसे उसके परिजन अगले दिन काउंसलिग हेतु को संजीवनी हेल्पलाईन के परामर्श लाये।
संजीवनी की टीम ने काउंसलिंग के दौरान अजीत से अवसाद के कारण के संबंध में पूछताछ की तो तब अजीत ने बताया कि वह पुणे की एक कम्पनी मे जॉब करता है। अजीत पुणे मे अपनी पत्नी वर्षा व उसकी छः वर्षीय बेटी के साथ रहता है। अजीत और वर्षा दोंनों ने 10 वर्ष पूर्व प्रेम विवाह किया था लेकिन अजीत की सास छोटी छोटी बातों पर उसके दापंत्य जीवन में दखलअन्दाजी देती थी जोकि अजीत को को रास नही आता था, परिणामस्वरूप अजीत और वर्षा के बीच विवाद पनपने लगा तथा अजीत और वर्षा के बीच मारपीट होने लगी। अजीत का स्वयं की पत्नि से मनमुटाव होने लगा था। मनमुटाव के चलते प्रतिदिन उनके मध्य परस्पर होने वाले विवाद से परेषान अजीत अपनी नौकरी पर भी ध्यान नहीं दे पा रहा था। इन्ही विवादों के चलते वर्षा अपने मायके इन्दौर आ गई तथा इन्दौर आकर वर्षा एक प्राइवेट कालेज मे पढ़ाने लगी थी। अजीत और वर्षा के बीच दूरियां बढ़ गई थी। वर्षा के मायके जाने की बात से नाराज अजीत ने अपनी जीवन लीला को समाप्त करने का मन बना लिया था तथा इन्हीं कारणों से वह दिन प्रतिदिन अवसाद से ग्रस्त होने लगा था। खराब पारिवारिक संबंधों तथा विवाद की स्थिति उत्पन्न होने के कारण अजीत आत्महत्या करने का मन बना रहा था जिसकी सूचना मिलते ही संजीवनी हेल्पलाईन द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए अजीत की सपत्नि मनोचिकित्सक परामर्शदात्री से काउंसलिग कराई गई बाद अब अजीत और उनकी पत्नि सामान्य स्थिति मे होकर खुशहाली से वैवाहिक जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
इंदौर पुलिस द्वारा जनसामान्य से यह अपील की जाती है कि ऐसे किसी भी अवसादग्रस्त व्यक्ति के संबंध मे जानकारी प्राप्त होने पर, जोकि आत्महत्या जैसे विचार मन मे लाता है या अन्य किसी प्रकार के अवसाद से ग्रसित है तो इसकी सूचना इंदौर पुलिस द्वारा संचालित की जा रही संजीवनी हेल्पलाईन के मोबाईल नंबर 7049108080 पर दें ताकि ऐसे निराशावादी हताश तथा जीवनलीला समाप्त करने की मन में ठान चुके लोगों को विशेषज्ञों द्वारा उचित परामर्श मुहैया कराई जाकर आत्महत्या करने से रोका जा सके।