अपने ऊपर हो रहे जानलेवा हमले से तंग आकर दंपत्ति ने वाट्सएप्प के ज़रिये एएसपी महु के सामने आत्मदाह करने की दी धमकी, पीड़ित की पत्नी का 8 माह का गर्भ भी गिर चूका है पहले हुए हमलों में
'पीड़ित खुद है लिस्टेड गुंडा ' - थानाधिकारी महू , टीआई मुझसे चिढ़ता है इसीलिए झूठे मुक़दमे लगा के मुझे धमकाता है - पीड़ित
इंदौर। एक दम्पत्ति ने अपने ऊपर हो रहे बार बार हमले से तंग आकर आत्मा दाह करने का मैसेज वॉट्सएप्प पर वायरल कर दिया , हमने जब इसकी जांच की तो पता चला की पीड़ित ऐजाज़ उम्र 25 और उसकी पत्नी मुबीना 22 ने सितम्बर 2017 को प्रेम विवाह करा और उसके बाद से ही लड़की के घर वाले उनपर कई बार जानलेवा हमला कर चुके हैं। आज भी एजाज़ पर पर एक जानलेवा हमला हुआ जिसके बाद परिवार की हिम्मत टूट गयी और उन्होने आत्मदाह करने का विचार किया।
पहले हुए हमलो में एजाज़ की पत्नी मुबीना का 8 माह का गर्भ भी गिर चूका है किसकी मेडिकल रिपोर्ट के साथ उन्होंने एफआईआर दर्ज करवाई थी , एजाज़ का आरोप है की उसका महू का माकन भी लड़की वालों और कुछ पुलिसवालो की मिलीभगत से खाली करवाकर लड़की के घरवालों को कब्ज़ा दिलवा दिया।
अगस्त 2018 में उन्होंने तत्कालीन डीजीपी श्री ऋषि कुमार शुक्ला जी को भी भोपाल जाकर शिकायत की थी जिसके बाद उन्होंने तत्कालीन एसपी से तुरंत सहायता कर मामले को ख़त्म करने के लिए कहा था जिसपर एसपी ने भी आगे आदेश दिए थे की इनको इनका घर का कब्ज़ा दिवाया जाए और आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही हो परन्तु कुछ ही समय में उनका भी तबादला हो गया।
एजाज़ ने बताया की उन्होंने पुर्व में सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत की लेकिन कुछ बात नहीं बनी और दबाव बनाया गया की शिकायत वापस ले ली जाये हालाँकि उन्होंने बाद में दोबारा नयी शिकायत दर्ज कराई।
‘पीड़ित खुद है लिस्टेड गुंडा ‘ – थानाधिकारी महू , टीआई मुझसे चिढ़ता है इसीलिए झूठे मुक़दमे लगा के मुझे धमकाता है – पीड़ित
महू टीआई अभय नेमा से जब हमने इस मामले के बारे में बात करीतो वो थोड़ा उखड गए , उन्होंने बताया की पीड़ित एजाज़ खुद थाना बड़गोंदा का लिस्टेड गुंडा है और आये दिन पुलिस अधिकारियो को भी आत्महत्या जैसी धमकिया देता रहता है वहीं एजाज़ ने बताया कीआधे मामले मोहल्ले में मारपीट के थे जिसमे कोर्ट ने उसे निर्दोष घोषित कर दिया है और बाकी मामले उसपर थानाधिकारी महु और लड़की वालो की मिलीभगत से उसेफ़साने के लिए लगाए गए है ,
मैंने ऐसा कोई अपराध नहीं किया जिसकी वजह से मुझे लिस्टेड गुंडा कहा जा रहा है , थानाधिकारी मुझसे चिढ़ता है क्युकी मैंने उसकी शिकायत सब जगह कर दी है , वो मुझे जिलाबदर करने की धमकी भी देता है , हाल ही में आरएसएस वालों ने भी उसके खिलाफ एक मामले में एएसपी कार्यालय का घेराव करके उसके निलंबन की मांग की थी – पीड़ित
उसका घर खाली कराने के बारे में मैं क्या बता सकता हूँ ? आप थानाधिकारी बड़गोंदा से बात करो , वो (एजाज़) धमकियां देता रहता है पुलिस को की ज़हर खा लूंगा वगेहरा , वो तो खुद एक लिस्टेड गुंडा है बड़गोंदा थाने का , 17 -18 मुक़दमे है उसपर – अभय नेमा , थाना अधिकारी महू
हमने इस मामले की जानकारी हेतु एएसपी महू श्री धर्मराज मीणा जी से बात की तो उन्होंने बताया की जब उन्हें मामले के बारे में पता था तो उन्होंने हातोंहाथ महु थानाधिकारी को मामला दर्ज करने के निर्देश दिए किन्तु एजाज़ बिना मामला दर्ज कराये वहां से लौट गया।
मामले की जानकारी मिलते ही मैंने महु थानाधिकारी को सख्त निर्देश दिए थे की मामला दर्ज करके तुरंत कार्यवाही करें लेकिन थानाधिकारी ने सूचना दी की एजाज़ वहां ने बिना मामला दर्ज कराये ही लौट गया, मेरी मुलाकात पीड़ित से नहीं हो पायी थी लेकिन एसडीओपी विनोद शर्मा से वो लोग मिले थे – धर्मराज मीणा , एएसपी महू
प्रेम विवाह के बाद पीड़ित के घर पर किसी ने अवैध कब्ज़ा कर लिया था जिसके लिए उसने न्यायलय में मामला दर्ज करवा रखा है और सुनवाई जारी है , वो चाहता है की पुलिस उसको कब्ज़ा दिलवाए जबकि मामला न्यायालय में लंबित है, इसका अपने ससुराल वालों से विवाद है जिसके चलते दोनों ओर से क्रॉस फाइलिंग चल रही है – विनोद शर्मा , एसडीओपी महु
पीड़ित ने हमारे साथ एफआईआर की कॉपी और कई अन्य दस्तावेज़ भी साझा किया , मामले को देखकर समझ आ रहा है की पीड़ित ने डीजीपी से लेकर सीएम हेल्प लाइन तक शिकायत की लेकिन अभी तक कोई निर्णायक कार्यवाही नहीं हुई और उसपर और उसके परिवार पर लगातार जानलेवा हमले हो रहे है जिससे पूरा परिवार हिम्मत हार चूका है और सामूहिक आत्मदाह की बात कह रहा है , यदि ऐसा हुआ तो ये पूरे प्रदेश और प्रदेश के पुलिस के लिए बहुत ही शर्मनाक साबित होगा इसीलिए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को मामले का पूरा संज्ञान लेकर पीड़ित को उचित न्याय दिलवाना चाहिए।