अपने जन्मदिन का केक छोड़ रात 12 बजे पुलिस टीम भेज कर एसएसपी ने बचाई एक पत्नी की अपने ही पति से जान
बाइट : तहज़ीब काज़ी, टीआई, विजयनगर
इंदौर। रात के 12 बजने वाले है, बरसात की अंधेरी रात है ऐसे में एक पुलिस कि वरिष्ठ अधिकारी का जन्मदिन प्रारंभ होने वाला है उत्सव का माहौल है इतने में पुलिस अधिकारी का मोबाइल बजता है ऐसे माहौल में भी वह कॉल अटेंड करती हैं, कॉल ग्वालियर से एक वृद्ध मा का था जो रोते हुए अपनी बेटी को बचाने की गुहार करती है कि उसकी बेटी को उसका पति ३दिनों से कमरे में बंद कर मारपीट कर रहा है ।
लड़की अपनी मा को कॉल कर मूर्छित हो चुकी थी पुलिस अधिकारी केक काटना छोड़ अपने अधीनस्थ टीआई को डायरेक्शन देकर बंद फ्लैट तक भिजवा कर बुरी तरह से प्रताड़ित महिला को सुरक्षित बाहर निकलवाती है।
मामला इंदौर का है, एसएसपी इंदौर रुचिवर्धन मिश्र रात 12 बजे अपने जन्मदिवस के ढेरों बधाई स्वीकार कर केक काटने के माहौल के बीच थीं , अधिकांश ऐसे में कोई भी अपना खनखनाते फोन पर ध्यान नहीं दे पाता किन्तु उन्होंने अपनी ज़िम्मेदारी समझते हुए फोन उठाया जहाँ एक वृद्धा ने पूरे मामले की जानकारी उन्हें दी, बिना समय ज़ाया करते हुए उन्होंने विजयनगर टीआई तहज़ीब काज़ी को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देश दिए, निर्देश मिलते ही उन्होंने ने भी थाना क्षेत्र की परवाह न करते हुए लसूड़िया क्षेत्र में स्तिथ शालीमार टाउनशिप में टीम भेजी जहां से पत्नी को पति के चंगुल से छुड़ा लसूड़िया पुलिस को मामला हैंडओवर किया गया।
अब विचार करे यदि ऐसे में पुलिस अधिकारी ने कॉल नहीं उठाया होता तो उस वृद्ध मा और बंद कमरे में क्रूरता यातना सह रही उस बेटी का क्या होता वेे पुलिस को कितना धिक्कारते यह सोचकर ही रूह काप जाती है।