‘अबकी बार कुत्ते बाहर ‘ इंदौर की सबसे पॉश सोसाइटी अप्पोलो डीबी सिटी में आवारा कुत्तों का आतंक , एसएसपी को ज्ञापन देने से लेकर रैली तक , तक़रीबन 15 बच्चों पर हो चुके हमले , कही हो न जाए कोई अनहोनी
इंदौर। आज शाम ७.३० बजे निपानिया स्थित अपोलो डीबी सिटी के लगभग ३०० रहवासियों ने आवारा कुत्तों के खिलाफ जम के प्रदर्शन किया।
रहवासियों के अनुसार करीब ६ महीने से आवारा कुत्तों की संख्या ५० से ऊपर हो गयी है और टाउनशिप के हर कोने में आवारा कुत्तों का जमघट लग गया है। उनके आतंक का ये हाल है कि बच्चों ने पार्क में खेलना बंद कर दिया है, बुज़ुर्गो और महिलाओं ने गार्डन्स में घूमना बंद कर दिया है। लगभग सभी रहवासी किसी ना किसी रूप में इन आवारा कुत्तों द्वारा प्रताड़ित हैं। बहुत से रहवासियों के बच्चे, बुज़ुर्ग व् महिलायें इन आवारा कुत्तों के काटने या पीछे से भौंकने/दौड़ाने के कारण घायल हुए हैं।
ये आवारा कुत्ते हर बिल्डिंग के हर फ्लोर तक पहुँच जाते हैं और रहवासियों द्वारा रखे गए सूखे गीले कचरे को सारे में फैला कर मिक्स कर देते हैं जिससे सफाई कर्मचारियों व् निगम के कर्मचारियों को प्रतिदिन असुविधा का सामना करना पड़ता है।
इन सबका मूल कारण कुछ आवारा कुत्तों से प्रेम करने वाले लोग हैं जो कुछ महीने पहले ही टाउनशिप में आये हैं। ये मेहुल मिश्रा, रेशमा मोटवानी, यश मोटवानी, श्वेता तिवारी, शालिनी सिन्हा इत्यादि हैं। इन लोगों द्वारा अवैध रूप से आवारा कुत्तों को गाड़ियों में भर कर लाया जा रहा है व् खाना खिलाया जा रहा है। जब कभी भी रहवासियों अथवा अपोलो डीबी सिटी के सुरक्षा कर्मियों द्वारा इनसे अनुरोध किया गया की वे आवारा कुत्तों को बाहर से लाना और पालना बंद करें, इन्होने सब के साथ अभद्र व्यवहार किया और गाली-गलौज की। यहाँ तक की सुरक्षा कर्मियों के साथ मारपीट भी की है। इन लोगों ने सबको डराया और धमकाया भी है कि उन्हें जेल भिजवा देंगे अगर वे उन्हें आवारा कुत्तों को खिलाने से रोकेंगे। इन्होने कुछ रहवासियों के खिलाफ सीएसपी विजय नगर के समक्ष एक झूठी शिकायत भी दर्ज की है जिसको लेकर रहवासियों में बहुत आक्रोश है।
लगभग ५० – ६० रहवासियों ने २० मई को डीआईजी रूचिवर्धन मिश्र से मुलाकात करके अपनी शिकायत दर्ज़ की और अनुरोध किया कि उन्हें इस मुसीबत से छुटकारा दिलवाया जाए। डीआईजी रूचिवर्धन मिश्र ने रहवासियों को आश्वासन देते हुए कहा कि इस शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की जायेगी।
रहवासियों ने बताया कि वे किसी भी हालत में अपने प्रियजनों के जीवन पर खतरा नहीं आने देंगे और आवारा कुत्तों को टाउनशिप में नहीं रहने देंगे। प्रशासन, निगम और पुलिस की सहायता से वे अपनी सोसाइटी को फिर से रहने लायक जगह बना कर ही दम लेंगे।