इंदौर का यातायात सुधरने के लिए एडीजी ने राखी इंटरकॉलेज प्रतियोगिता ‘from chaos to order’ में छात्रों ने दिखाई कई रोचक सोच
न्दौर। दिनांक 21 अक्टूबर, 2019 शहर में यातायात को सुगम व सुचारू बनाने हेतु कई प्रकार की जन हितैषी योजनायें लागू की जा रही हैं। इसके पीछे सोच यह है कि शहर के लोगों को यातायात के नियमों को स्वेच्छा से पालन करने हेतु प्रेरित करना ताकि वे सभी नियमों का पालन करें जिससे जनता में यातायात में स्थाई सुधार परिलक्षित हो।
अभी हाल ही में अतिरिक्त़ पुलिस महानिदेशक, इंदौर जोन, इंदौर श्री वरूण कपूर के मार्गदर्शन में “विजन 2022” के अंतर्गत आदर्श मार्ग की जागरूकता योजना का शुभारम्भ़ किया गया था। यह योजना व्य़वस्थित तथा प्रभावी ढंग से चल रही है जिसमें महाविद्यालयों के भारी संख्या में छात्र एवं छात्रायें “पीक अवर” (शाम 05 बजे से रात्रि 08 बजे तक) के दौरान व्यस्त़ एम. जी. रोड पर रीगल चौराहे से लेकर पलासिया चौराहे तक उपस्थित होकर वाहन चालकों को यातायात के नियमों का पालन करने के सुदृढ संकेत दे रहे हैं एवं यह योजना लगातार क्रियान्वित होती रहेगी।
यातायात में सुधार लाने के प्रयासों के तारतम्य़ में नवीन प्रयोग की शुरूआत अतिरिक्त़ पुलिस महानिदेशक, इंदौर जोन, इंदौर श्री वरूण कपूर व्दारा की गई। “जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेनेजमेण्ट़” के साथ मिलकर “डिजाईन थिंकिंग” के आधार पर एक अंतर्महाविद्यालयीन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसका शीर्षक ”from chaos to order” अर्थात् “अव्यवस्था से व्यवस्था तक” इसके अंतर्गत शहर के कई महाविद्यालयों की टीमों ने “जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेनेजमेण्ट़” के केम्पस़ में आकर इस प्रतियोगिता में भाग लिया। उपस्थित टीमों में एक प्रतियोगिता रखी गई जिसमें प्रतिभागी टीमों को “इन्दौर के यातायात में सुधार हेतु” अपने-अपने मॉडल प्रस्तुत करना थे और इन मॉडलों में से फाईनल चरण की प्रतियोगिता हेतु कुछ मॉडलों का चयन किया जाना था। फाईनल दौर की प्रतियोगिता दिनांक 29 नवम्बऱ, 2019 को रखी गई है। इस फाईनल दौर में प्रवेश करने वाली टीमों के पास अतिरिक्त़ समय भी होगा जिससे वे उनके व्दारा सुझाये गये मॉडल को और बेहतर ढंग से विकसित कर प्रस्तुत कर सकेंगी। इस फाईनल प्रतियोगिता के बाद विजेता की घोषणा की जायेगी।
श्री कपूर ने आगे बताया कि इस प्रकार महाविद्यालय के छात्रों में उपलब्ध ज्ञान व उत्साह का उपयोग कर, यातायात सुधार में लाये जाने की यह एक अनूठी पहल है। जो आगे चलकर सारगर्भित परिणाम देगी और इन्दौर के यातायात को स्वस्थ़ व सुरक्षित बनाने हेतु मील का पत्थऱ साबित होगी। इस प्रतियोगिता के शुभारंभ के अवसर पर श्री कपूर स्वयं उपस्थित थे उनके साथ डायरेक्टऱ श्री हर्षवर्धन हलवे, सी क्यूब के श्री हर्ष होल्क़र व इस प्रतियोगिता के आयोजकगण प्रो0 प्रीति बक्षी, डा0 मेघा जैन, डा0 मनीषा शुक्ला भी विशेष रूप से उपस्थित थे। श्री कपूर ने सभी प्रतिभागियों को यातायात की समस्या पर विस्तार से परिचय दिया व उनसे आग्रह किया कि जो भी मॉडल वे विकसित करें उसमें वे 3 बिन्दुओं का आवश्य़क रूप से ध्यान रखें : –
1. जो भी मॉडल सुझायें वह ऐसा हो जो लागू किया जा सके। अव्यावहारिक मॉडल को विकसित कर प्रस्तुत करने का औचित्य़ नहीं है।
2. यातायात की कोई एक समस्या को चिन्हित करें फिर उसमें सुधार का मॉडल सुझायें। सम्पूर्ण यातायात व्यवस्था के सुधार हेतु एक सारगर्भित मॉडल बनाना न तो व्यावहारिक है और न ही सम्भ़व।
3. जो भी मॉडल प्रतिभागी टीम बनायें उसमें वित्तीय भार को जरूर ध्यान में रखें। चूंकि ऐसा मॉडल विकसित करना जिसमें भारी मात्रा में धनराशि की आवश्यकता हो, वह भी कारगर नहीं सिध्द़ हो सकता।
सभी प्रतिभागी टीमों ने उपस्थित विशेषज्ञों व्दारा दिये गये सुझावों को सुना व डिजाईन थिंकिंग के कार्यों में रूचि से भाग लिया एवं उत्कृष्ट़ मॉडल बनाने की अपनी-अपनी कार्यवाही प्रारंभ की। संभवत: इस प्रकार का प्रयोग, यातायात की सुधार योजना का अन्य किसी स्थान पर अब तक लागू नहीं किया गया है। इससे श्री वरूण कपूर व्दारा चलाये जा रहे इन्दौर यातायात के सुधार की मूहीम को और भी बल मिलेगा, ऐसा सुनिश्चित है।