इंदौर पुलिस की बड़ी पहल – एडवाइजरी संचालक , सेबी व इंदौर पुलिस की व्यापक कार्यशाला आयोजित, सबके पक्ष सुनने के बाद एसएसपी की दो टूक : एडवाइजरी को – ‘ अगर नियमों के अनुसार नहीं कर सकते तो मत करो काम ‘ सेबी को – ‘हज़ारों शिकायतों में सिर्फ 4 पर कार्यवाही ? अपना काम ठीक से करें ‘
एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
एसएसपी इंदौर रूचिवर्धन मिश्र
सेबी इंदौर से निर्मल मल्होत्रा
सवालों का जवाब देते एसपी इंदौर युसूफ कुरेशी
इंदौर। एडवाइजरी से ठगी के लिए मशहूर हो चुके इंदौर शहर में आज एसएसपी रूचिवर्धन मिश्र ने एक ऐसी पहल की जिसकी बहुत आवश्यकता थी और इसकी जितनी सराहना की जाए काम है।
असल में हाल ही में भांग हुई एसआईटी के बाद ये निर्णय लिया गया की अब सम्बंधित थाने ही एडवाइजरी से संभंधित मामले देखेंगे , इसके लिए ये ज़रूरी था की पुलिस, एडवाइजरी व सेबी के बीच में एक खुला संवाद रखा जाए जहाँ सभी अपनी बात रख सकें।आज इंदौर के इंफिनिटी होटल में इंदौर पुलिस द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम में सेबी इंदौर के निर्मल मल्होत्रा , इंदौर पुलिस से एसएसपी के अलावा एसपी पूर्व अवधेश गोस्वामी , तक़रीबन सभी एडिशनल एसपी , पूर्व क्षेत्र के सभी सीएसपी , सम्बंधित थानाधिकारी भी मौजूद थे साथ ही इंदौर की एडवाइजरी कंपनियों के मालिक भी भारी तादाद में मौजूद थे।
सेबी इंदौर से निर्मल मल्होत्रा ने सभी को महत्वपूर्ण एडवाइजरी नियमों से अवगत कराया , बताया की एडवाइजरी को कानूनी दायरे में सिर्फ सलाह देने का अधिकार है और वो भी निवेशक की पूरी केवाईसी , रिस्क प्रोफाइल ठीक से करने के बाद , उन्होंने ये भी साफ़ किया की किसी भी निवेशक का पैसा लेना या उसकी जगह ट्रेडिंग करना पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। उन्होने ये भी बताया की यदि कोई एडवाइजरी बंद भी कर देता है तब भी तीन साल तक ग्राहक द्वारा की गयी शिकायत के लिए वो ज़िम्मेदार होंगे।
एसएसपी ने वहां बैठे एडवाइजरी संचालकों से अपनी समस्याएँ व सवाल पूछने के लिए प्रोत्साहित किया तो उन्होंने कई सवाल किये जिसमे अधिकतर सेबी से सम्बन्धी थे , सवालों में एक ने तो ये तक पूछ लिया की काम बंद कैसे कर सकते हैं और उसके बाद हमारी क्या ज़िम्मेदारी होगी ?
कानूनी परेशानियाँ और सेबी के नियमों से सम्बंधित सवाल सीएसपी विजय नगर हरीश मोटवानी व संयोगितगंज सीएसपी ज्योति उमठ ने भी सेबी के निर्मल मल्होत्रा से पूछे।
एसपी युसूफ कुरेशी ने भी सभी संचालकों को कहा की ये मुग़ालतें न पालें की सिर्फ सेबी ही नहीं , पुलिस की ज़द में में भी आतीं हैं एडवाइजरी , कानून तोड़ने पर आईपीसी नियमों के तहत कार्यवाही होगी।
सभी की बात सुनने के बाद एसएसपी ने बहुत ही सख्त लेकिन व्यहवारिक भाषा में अपनी बात रखी जिसके मुख्य अंश निम्न हैं :
1 ) इंसेंटिव और ज़यादा कमाई के लालच में ठगना बंद करें : उन्होंने कहा की की एडवाइजरी कंपनी में सेल्स कर्मियों को 2 .5 लाख पर 32 हज़ार जैसा मोटा इंसेंटिव दिया जाता है और ये पैसा वो ग़रीब लोगो को अधिक कमाई का लालच देकर उनकी जमा पूँजी में से निकलवा लेते हैं जो ठीक नहीं है, उन्होंने कहा की ऐसा पैसा किसी को नहीं फलता
2 ) सिर्फ सलाह देना ही काम, न की उनका इन्वेस्टमेंट लेना : उन्होंने कहा की एडवाइजरी का काम सिर्फ सलाह देना है वो भी पूरे नियम कायदे के हिसाब से न की लोगों का इन्वेस्टमेंट करवाके उन्हें गाढ़ी कमाई का लालच देकर ठगी करना, चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा की हिंदुस्तान में कायदे से सलाह देने के काम से कोई भी 200 लोगों का स्टाफ नहीं रख सकता
3) कई सौं शिकायतों में पुलिस सिर्फ 12 एफआईआर दर्ज कर पाई , तक़रीबन हर मामले में कई कानून टूटे हैं : उन्होंने कहा की इतनी शिकायतें पुलिस के पास आयी हैं किन्तु फाॅर्स की कमी और मामले की पेचीदगी देखते हुए पिछले एक साल में 12 एफआईआर ही दर्ज हो पाईं हैं और एडवाइजरी संचालकों को अभी से पुलिस का डर सताने लगा है , क्या होगा जब हम सभी शिकयतों की बारीकी से जांच करने बैठेंगे तब ?
4 ) नियमों से काम नहीं कर सकते तो न करें , कुछ 100 लोगों के लिए लाखों की जनता के साथ ठगी नहीं होने देंगे : एसएसपी ने ये भी साफ़ कर दिया की अगर नियमों के विपरीत काम होगा तो किसी को नहीं छोड़ा जाएगा , रजिस्टर्ड और गैर रजिस्टर्ड एडवाइजरी के खिलाफ 500 से अधिक शिकयतें हैं , एडवाइजरी संचालकों और उनके कर्मियों की मेहेंगी गाडी में घूमने का पैसा आम जनता को मूर्ख बना के नहीं लिया जा सकता , उन्होंने एक एडवाइजरी संचालक के सवाल का जवाब देते हुए कहा की आप ऐसे लोगों को सर्विस देतें ही क्यों हैं जो ज़्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं या पेचीदा भाषा नहीं समझ सकते , उनसे आप किसी भी बात पर एग्रीमेंट ले लीजिये वो बेचारे समझ ही नहीं पाते , आप उन्हें सर्विस दें जो सच में इसके लायक हो , गरीब सैनिक, किसान के साथ ये सब करके क्या मिलेगा आपको ?
5 ) सेबी अपना काम ठीक से नहीं कर रही , हज़ारों शिकायतों में सिर्फ 4 पर कार्यवाही : उन्होंने सेबी पर निशाना साधते हुए कहा की सेबी अपना काम ठीक से नहीं कर रही, रजिस्टर्ड कम्पनियों के खिलाफ कई सैंकड़ों में शिकायतें होने के बाद भी सिर्फ 4 पे कार्यवाही हुई है , सेबी को सख्त रवैया अपनाना पड़ेगा क्यूंकि इनका काम ही है इसे रेगुलेट करना।
इन सब के अलावा भी एसएसपी ने एडवाइजरी द्वारा की जाने वाली ठगी से पूरे देश में इंदौर को बदनाम करने पर चिंता और दुःख जताया और सभी को ये समझाया की इस प्रकार से व्यापर करने का कोई फायदा नहीं है , पूरे देशभर के लोगों तक इंदौर की एडवाइजरी पहुंच रहीं हैं और देश से शिकायतें आ रहीं हैं।
इसमें कोई दो राय नहीं हैं की आज जैसा कार्यक्रम अगर साल भर पहले हो गया होता तो तस्वीर बेहतर होती लेकिन जिस प्रकार आज हुआ वैसा वाकई में बहुत ज़रूरी था क्यूंकि एक तरफ एडवाइजरी संचालकों में गिरफ्तार होने का भय था तो एक तरफ एक नए अपराध का सृजन पुलिस के लिए चिंता , आज सभी पक्षों ने अपनी मंशा साफ़ कर दी।
एसएसपी ने भारती न्यूज़ से बातचीत में कहा की ऐसी बैठकें आगे भी होती रहेंगी ताकि सुधर की गुंजाईश में कोई कमी न आने पाए।