इंदौर में परिवार का सामूहिक सुसाइड, पैन कार्ड पर लिया लोन नहीं चुका पाया तो पत्नी और दो छोटे बच्चों को दिया जहर, खुद फांसी पर लटका, कुछ घंटों पहले ही पत्नी करके आई थी महाकाल के दर्शन
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इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र के भागीरथपुरा में ह्रदय विदारक घटना सामने आई है जहां पति ने अपनी पत्नी और डेढ़ और 3 साल के दो बच्चों को जहर देकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली(Indore Family Suicide)।
दरअसल मूलतः सागर के रहने वाले अमित यादव ने जब मंगलवार सुबह अपने परिवार वालों का फोन नहीं उठाया तो भागीरथपुरा में ही रहने वाले उनके ससुराल पक्ष को सूचित किया गया जिसके बाद उनकी सास और परिवार वाले किराए पर लिए रूम पर पहुंचे तो कोई भी दरवाजा नहीं खोल रहा था, ऐसे में बाणगंगा पुलिस को सूचना दी गई पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़ा तो अमित यादव फांसी के फंदे पर लटके थे और दो छोटे बच्चे और पत्नी नीचे बिस्तर पर मूर्छित अवस्था में पड़े थे जब उन्हें देखा गया तो वह भी मृत अवस्था में पाए गए ।
डीसीपी धर्मेंद्र भदौरिया के मुताबिक अमित टावर कंपनी में तकनीकी और सेटअप का काम करते थे पास में ही उनका ससुराल है, रोजाना खाना उन्ही के साथ होता था उसके बाद रूम पर सिर्फ सोने के लिए आते है एक दिन पहले ही वह उज्जैन महाकाल मंदिर के दर्शन और शाही सवारी में शामिल होने के लिए गए थे, वहां से लौटने के बाद उन्होंने दरवाजा नहीं खोला.
मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें उन्होंने कंपनियों से लोन लेना और कर्जे के चलते यह कदम उठाने की बात कही है फिलहाल पुलिस इस मामले में तहकीकात कर रही है । पड़ोसियों के मुताबिक अमित का व्यवहार सभी से काफी अच्छा था और आसपास में भी किसी से कोई विवाद नहीं था ।
बाईट – धर्मेंद्र भदौरिया – डीसीपी
बाईट – केदारनाथ – मकान मालिक