इस बार पुलिस जनसुनवाई में आए सबसे ज़्यादा भूमाफियाओं से जुड़े मामले जिसमें पूर्व पार्षद पर भी आरोप, साथ ही एक ब्रोकर पर भी करोड़ों लेकर चंपत होने की शिकायत दर्ज हुई, जीतू सोनी के ख़िलाफ़ एक फरियादी और पहुंचा, माय होम में कोरे कागज़ पर साइन करवा प्लॉट हथियाने का आरोप
बाईट- निजाम अहमद फरियादी
बाईट- सूरज वर्मा एसपी हेड क्वार्टर
इंदौर – इंदौर में हर मंगलवार की तरह इस मंगलवार भी डीआईजी ऑफिस में जनसुनवाई रखी गई जिसमें एसएसपी रूचि वर्धन मिश्रा पश्चिम व पूर्व के एसपी सहित हेड क्वार्टर एसपी मौजूद रहे जनसुनवाई में 300 से अधिक मामले सुने गए जिनमें अधिकतम मामले जमीनी व भू माफियाओं की गाठ जोड़ की शिकायतों के थे पुलिस सभी के आवेदन लेकर तुरंत संबंधित थाना प्रभारी को सौपे गए हैं
इंदौर के डीआईजी ऑफिस में मंगलवार जनसुनवाई में प्रॉपर्टी से जुड़े मामले सामने आए जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि नंदलालपुरा स्थित उनके मकान के पीछे पड़े खाली प्लाट पर पास ही में रहने वाले पूर्व पार्षद नंदकिशोर पांचाल परिवार द्वारा सुरंग कर कॉलम खड़े करने की बात कही गई है… पूरे मामले में पुलिस को आवेदन देकर कार्रवाई की बात कही है।
इंदौर में रियलिटी ब्रोकर द्वारा करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी का मामला भी सामने आया जिसमें मनोज आचार्य नामक ब्रोकर द्वारा कई लोगों के गाढ़ी कमाई का पैसा लेकर फरार हो गया वही फरियादी द्वारा बताया गया कि पुलिस ने कई दिन पहले मामला दर्ज कर लिया था लेकिन पकड़ा नहीं था मामले की भनक लगते ही मनोज आचार्य ब्रोकर फरार हो गया जिसको लेकर फरियादी द्वारा एसएसपी कार्यालय पर दूसरी बार आवेदन देकर उसे पकड़ने की गुहार लगाई गई है।
एसएसपी जनसुनवाई में जीतू सोनी से जुड़ा एक बार फिर मामला सामने आया जिसमें फरियादी द्वारा गुहार लगाई गई है कि माय होम पर विनोद वर्मा नामक व्यक्ति द्वारा माय होम ले जाकर कोरा कागज पर साइन करा ली और जिस प्लाट पर विवाद चल रहा था उस पर कब्जा करने का मामला सामने आया है फिलहाल फरियादी द्वारा लिखित में एसएसपी को शिकायत की गई है पूरे मामले में एसएसपी ने संज्ञान लेकर संबंधित थाने को जांच के आदेश दिए हैं और उसके बाद कार्रवाई की बात कही है।
वहीं पूरे जनसुनवाई में आए शिकायतों को आवेदन लेकर संबंधित थानों तक पहुंचाया है तो वहीं कुछ मामलों में स्वयं एसएसपी और एसपी ने अपने पास रखें ताकि उनका निकाल स्वयं जांच के बाद मामले दर्ज करने के आदेश जारी किए जा सके कई गंभीर मामले भी थे जमीन के जिनमें करोड़ों रुपए की कीमती जमीन पर भूमाफिया टेढ़ी नजर के कारण सालों पुरानी विवाद चलते आ रहे हैं।