कंप्यूटर बाबा जैसे अयोग्य क्या माँ नर्मदा का उद्धार कर पाएंगे।बीजेपी के बाद कांग्रेस का दावा भी खोकला साबित होगा
शिवराज सरकार को डरा धमका कर राजनीतिक ऊंचाइयां पाने वाले कंप्यूटर बाबा शिवराज सरकार में राज्यमंत्री बनने के बाद बड़े बड़े दावो से सुर्खियों में आये फिर अचनात इस्तीफा दे कांग्रेस का हाथ थाम लिया। कांग्रेस ने भी नर्मदा न्यास सिमिति का अध्यक्ष बना राज्यमंत्री के पद के साथ बंदूकधारियों की सुविधा से अपडेट कर दिया। फिर बड़ी बड़ी घोषणाये लेकिन मॉ नर्मदा आज भी इंतज़ार में ही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ज्यादातर अवेध खनन कारोबारियों से कंप्यूटर बाबा की सेटिंग हो चुकी है। और बाबा को आर्थिक लाभ मिलना शुरू हो चुका है। पूर्व में भी भारतीय न्यूज़ केे दुवारा इस विषय को सरकार के ध्यान में लाया गया था। अवेध रेत खनन तो माँ नर्मदा के पानी को शुद्धिकरण की प्राकृतिक प्रणाली को खत्म कर ही रहा है लेकिन उससे भी बड़ी समस्या मां नर्मदा के उदगम स्थल से मध्यप्रदेश से गुजरने वाली माँ नर्मदा के दोनों ओर बसे नगर से निकलने वाला सीवरेज का पानी मॉ नर्मदा के पानी को दूषित कर रहा है। आवश्यकता नर्मदा के दोनों किनारों पर सीवरेज लाइन डाल सीवरेज के पानी को नर्मदा में मिलने से रोकने की है । पूर्व बीजेपी सरकार के मुख्यमंत्री जो अपने आप को मॉ नर्मदा का बेटा कहते है एक योजना बनाई भी थी। लेकिन सेकड़ो योजनाओ की तरह ये योजना भी कागजो से धरातल पर न आ सकी। मॉ नर्मदा के श्राप का ही नतीजा है 13 साल मुख्यमंत्री रहने के बावजूद शिवराज आज प्रदेश की राजनीति में पिछड़ गए। कांग्रेस सरकार मुख्यमंत्री कमलनाथ जी को चाहिए कंप्यूटर बाबा के चक्र वियुह से बाहर निकले और माँ नर्मदा शुद्धिकरण हेतु पूर्व मुख्यमंत्री की योजना की सभी त्रुटिसुधार कर जल्द से जल्द नर्मदा के दोनों ओर शिवरेज लाइन डाल नर्मदा में मिलने वाले शिवरेज के पानी को रोकने कोई योजना लागू करे। वर्ना वो दिन दूर नही जब मॉ नर्मदा का इतिहास भी किताबो में पढ़ाने तक सीमित होकर रह जायेगा। अशोक रघुवंशी भारतीय न्यूज़