निगरानी दल चौकस होकर अपने दायित्वां को निभाएं – अंसारी
जैसलमेर, 18 अप्रेल। निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार निष्पक्ष एवं भयमुक्त निर्वाचन के लिए सभी निगरानी दल चौकस होकर अपने दायित्वां को निभाएं। लोकसभा चुनाव संबंधित व्यय की निगरानी के लिए पैनी नजर रखें। केन्द्रीय व्यय पर्यवेक्षक रौनक जमील अंसारी ने गुरूवार को डीआरडीए सभागार में बैठक के दौरान यह बात कही।
केन्द्रीय व्यय पर्यवेक्षक रौनक जमील अंसारी ने कहा कि निगरानी दलों में से अधिकांश सदस्यों ने हाल ही में विधानसभा निर्वाचन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विधानसभा चुनाव के कार्यों के अनुभव का प्रयोग लोकसभा चुनाव में भी करें। उन्होंने सभी सहायक व्यय पर्यवेक्षक को निर्देशित किया कि वे उम्मीदवारवार छाया रजिस्टर का संधारण करें तथा प्रतिदिन की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि स्थैतिक निगरानी दलों के लिए चेक पोस्ट पर चौबीस घंटे निगरानी दल तैनात रहें तथा आने-जाने वाले वाहनों की जांच करें। उन्हांने कहा कि मतदाताओं को प्रलोभन के रूप में धन-बल के प्रयोग को रोकने के लिए सभी निगरानी दल चौकस होकर अपने दायित्व निभाएं।
उन्हांने कहा कि निर्वाचन व्यय सीमा का प्रावधान निर्वाचन में धनबल के दुरुपयोग पर अंकुश लगाना है। इसके लिए यह आवश्यक है कि सभी निगरानी दल सौंपे हुए दायित्वों का विधिवत पालन करें। कोई भी खर्च अथवा व्यवस्था रिपोर्टिंग से बचनी नहीं चाहिए। इसके लिए चुनाव आयोग के निर्देशां का भली भांति अध्ययन कर लें। उन्हांने कहा कि अंतरराष्ट्रीय, अंतरराज्यीय बोर्डर पर विशेष निगरानी रखने के साथ आयोग की भावना के अनुरूप कार्रवाई की जाए।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी भागीरथ विष्नोई ने कहा कि बड़ी रैलियां पर निगरानी रखी जाए। इसके लिए एईओ स्वयं कार्यक्रम स्थल पर जाएं। उन्होंने कहा कि सभी सतर्कता दल अपना कार्य सावधानीपूर्वक संपादित कर रहे है। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र पर एआरओ खर्चा रजिस्टर में दर्ज करवाएंगे। साथ ही संबंधित विधानसभा की गतिविधियां की प्रभावी निगरानी रखेंगे। उन्हांने कहा कि निर्वाचन लड़ने वाले उम्मीदवार की ओर से किए गए व्यय को किसी भी प्रकार से छुपाया नहीं जाए। उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान प्रत्येक उम्मीदवार के लिए अधिकतम व्यय की सीमा 70 लाख निर्धारित है।
इस दौरान निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण प्रकोष्ठ की नोडल अधिकारी चंचल वर्मा ने कहा कि एफएसटी, एसएसटी टीमें सक्रीय रह कर कार्य कर रही है। उन्हांने दैनिक रिपोर्टिंग के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में पुलिस उप अधीक्षक गोपाल शर्मा, सहायक व्यय पर्यवेक्षक राजेष शर्मा, सहायक निदेशक (जनसम्पर्क) श्रवण कुमार चौधरी तथा जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र में नियुक्त स्थैतिक निगरानी दल एसएसटी, एफएसटी ,वीएसटी तथा वीवीटी के प्रभारी अधिकारी मौजूद थे।