नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाला पूरा गिरोह गिरफ्तार, क्राइम ब्रांच ने किया बड़ा खुलासा
■ *फर्जी कसंल्टैंसी संचालित कर, लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाली गिरोह क्राईम ब्रांच इंदौर की गिरफ्त में।*
■ *आरोपियों के कब्जे से 14 एटीएम कार्ड, 34 मोबाईल, 52 फर्जी सिम, 03 लैपटॉप, एक्टिवा, तथा रूपयों व ग्राहकों की जानकारी लिखे हुये 16 रजिस्टर बरामद।*
■ *विभिन्न लोगों से धोखाधड़ीपूर्वक ठगे गये लगभग 01 करोड़ रूपये का हिसाब किताब मिला।*
■ *ऑफिस पर दबिश देकर किया 02 युवक 02 युवतियों सहित कुल 04 आरोपियों को गिरफ्तार।*
■ *गिरोह का सरगना, ठगी के लिये लोगों को झांसे में लेने हेतु, युवतियों से कराता था कॉल।*
■ *टाटा मोटर्स, रिलायंस जियो, मारूति सुजुकी, सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक, ब्रिटानिया फूड कंपनी, महिन्द्रा मोटर्स आदि कंपनियों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगती थी गिरोह।*
■ *फर्जी तरीके से तैयार किये हुये नियुक्ति पत्र व एम्प्लाय कोड भी प्रदाय करती थी गिरोह।*
■ *फतेहपुर उत्तरप्रदेश व गंगानगर राजस्थान के रहने वाले हैं आरोपी, ठगी के लिये इंदौर में बनाया था ठिकाना।*
■ *झांसी, अलाहाबाद, लखनऊ, व दिल्ली से जुड़ें है गिरोह के तार।*
■ *Quiker.comनामक बेबसाईट पर विज्ञापन डालकर बेरोजगारों को फसांती थी गिरोह।*
इंदौर। पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) इंदौर श्री सूरज वर्मा के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) श्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा क्राईम ब्रांच की टीम के प्रभारियों को इस दिशा में आसूचना संकलित कर ठगोरों को पकड़ने के लिये प्रभावी कार्यवाही करने हेतु समुचित दिशा निर्देश दिये गये थे।
इसी अनुक्रम में दिनांक दर्षनलाल जाटव गली नं 2, 117/2 जेवीएम स्कूल के सामने नंदा नगर इंदौर क्राईम ब्रांच इंदौर को लेखी शिकायत आवेदन पत्र प्राप्त हुआ था जिसमें आवेदक ने आरोप लेख किया था कि वह आर0के0डी0 सर्विस सेंटर कंपनी में नौकरी करता है जिसका संचालक अनीस नारायण द्धिवेदी पिता राधकृष्ण द्धिवेदी उम्र नामक व्यक्ति है। उपरोक्त कंसल्टेंसी कंपनी में आम लोगों को विभिन्न कंपनियों में नौकरी दिलवाने के संबंध में कार्य संपादित होता है जिसमें लोगों से पैसे लिये जाकर उन्हें नौकरी दिलवाने का आश्वासन दिया जाता है किंतु नौकरी नहीं दिये जाने पर लोगों द्वारा आपत्ति जाहिर की जाती है जिसके तारतम्य उसके खाते में भी पैसे जमा कराये गये लेकिन नौकरी नही लगने से लोगों ने शिकायत व आपत्ति जाहिर की जिससे उसका खाता ब्लॉक हो गया है। प्राप्त शिकायती आवेदन पत्र का अवलोकन कर, क्राईम ब्रांच इंदौर द्वारा गंभीरतापूर्वक संज्ञान लेते हुये जांच की गई व आवेदक की तरफ से थाना परदेशीपुरा में अपराध क्रमांक 905/19 धारा 419, 420, 467, 468, 471 भादवि के तहत पंजीबद्ध किया गया।
उपरोक्त पंजीबद्ध प्रकरण के तारतम्य में आरोपियों की तलाश करते हुये क्राईम ब्रांच की टीम ने, आर0के0डी0 सर्विस सेंटर पर दविष देकर 1. अनीस पिता राधाकृष्ण उम्र 24 वर्ष पता नगरूआ थाना धाता जिला फतेहपुर उत्तरप्रदेश हाल मुकाम – नंदा नगर इंदौर 2. बृजेश पिता भोलानाथ सेन उम्र 25 वर्ष निवासी मोहनापुर, थाना खखरेरू, खागा जिला फतेहपुर उत्तरप्रदेश, 3. अमनदीप कौर पिता गुरसैल सिंह, अनूपगढ़ जिला गंगानगर राजस्थान,हाल मुकाम नंदा नगर इंदौर 4. लेखना पिता अनिल भार्गव उम्र 20 वर्ष निवासी 237 आदर्श बीजासेन नगर इंदौर को धरदबोचा।
आरोपियों से की गई प्रांरभिक पूछताछ में ज्ञात हुआ कि सरगना अनीस किराये का मकान लेकर अपने पिता राधाकृष्ण द्विवेदी के नाम पर आर0के0डी0 नाम से फर्जी तरीके से कंसल्टेंसी का ऑफिस संचालित कर रहा था जिसका मूल उद्देष्य लोगों को नौकरी लगवाने के नाम पर प्रलोभन देकर, उनसे बदले में रूपये प्राप्त कर ठगी करना था। आरोपी अनीस बी0ए0 न्यूज का भी संचालक था जिसकी आड़ में अपने कार्यालय में फर्जी कंसल्टेंसी सर्विंस सेंटर चलाकर लोगों से बड़ी संख्या में ठगी की वारदातें कर रहा था। आरोपी चतुराई से quicker.com पर विज्ञापन व कंसल्टैंसी के मोबाईल नम्बर डालता था जिसमें विभिन्न प्रलोभन लेख कर, लोगों को टाटा मोटर्स, रिलायंस जियो, मारूति सुजुकी, सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक, ब्रिटानिया फूड कंपनी, महिन्द्रा मोटर्स आदि कंपनियों में नौकरी दिलाने के लिये आवेदन बुलाता था। बेरोजगार लोगों द्वारा विज्ञापन देखकर, उसमें दर्शाए गये मोबाईल नम्बरों पर नौकरी के वास्ते संपर्क किया जाता था तो वहां पर कार्यरत युवतियों द्वारा आवेदकगणों को झांसे में लेने का कार्य आरंभ कर दिया जाता था। युवतियां नौकरी दिलवाने के लिये आश्वस्त करते हुये, आवेदकगणों से विभिन्न प्रकार के दस्तावेज, रिज्यूम व रजिस्ट्रेशन फीस, टैक्स, सर्विस चार्ज आदि के नाम पर शुल्क की मांग करती थी तथा उनसे धीरे धीरे किस्तों में मोटी रकम ऐंठ लेती थी तथा उन्हें किसी प्रकार की कोई नौकरी प्रदाय नहीं कराई जाती थी। नौकरी के लिये आवेदन करने वाले लोगों से ये गिरोह, कई लोगों के धोखाधड़ीपूर्वक खाते की जानकारी प्राप्त कर उनका उपयोग करते थे जिनमें ठगी की राशि जमा कराई जाती थी, अवलोकन करने पर 09 अलग अलग बैंकों जोकि धार- हरदा म0प्र0, उदयपुर- भीलवाड़ा राजस्थान, कर्मा उ0प्र0, आदि जगहों की बैकों के करीबन 12 खातों में 92 लाख रूपये से अधिक की राशि का ब्यौरा पाया गया यह गिरोह, कई बार कुछ लोगों को फर्जी तरीके से तैयार किये हुये नियुक्ति पत्र व एम्प्लाय कोड प्रदाय भी कर देती थी।
गिरोह का सरगना अनीस, धोखाधड़ीपूर्वक फर्जी खातों से ठगी के पैसे आहरित कर, निजी उपभोग करता था यह संपूर्ण कार्य संचालन के लिये उसने मासिक वेतन के हिसाब से लड़के लड़कियों को कंपनी में रखा था। आरोपी अनीस के आफिस से 34 मोबाईल, 52 फर्जी सिम, 03 लैपटॉप, एक्टिवा, तथा रूपयों व ग्राहकों की जानकारी लिखे हुये 16 रजिस्टर बरामद हुये हैं।
आरोपी अनीस, स्नातक पास है तथा पूर्व में नेटवर्किंंग संबंधी कार्य करता था जिसमें अधिक मुनाफा ना होने की वजह से उसे ठगी करने का खयाल दिमाग में आया व वह अपने रंगीनमिजाजी शौक को पूरा करने के लिये इंदौर आ बसा, जिसने यहां फर्जी सिम प्रदाय करने वाले, फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार करने वाले, लोगों के संबंध में जानकारी एकत्रित की तथा अपना पूरा ठगी का व्यापार किराये के मकान में जमा लिया व लोगों को विश्वास में लेने के लिये उसी बिल्डिंग में ब्रह्माण्ड की आवाज नामक न्यूज एजेेंसी चलाता था। ठगी के से प्राप्त रूपये गिरोह के सभी सदस्यों को बांटकर स्वयं मोटी रकम रखता था जिसे महिला मित्रों के संग घूमने पार्टी करने तथा पब, क्लब की ऐश अययाशी में उड़ा देता था पकड़े गये सभी सदस्य स्नातक पास हैं। आरोपियों से अन्य लोगों की संलिप्तता के संबंध में सुराग मिले है जिन पर भी वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।