प्रदेश के राज्पाल लालजी टंडन और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास अंसारी ने इंदौर में हुनर हाट का उद्घाटन किया, राज्यपाल ने मंत्री अंसारी का हाथ पकड़ घुमाया पूरा मेला
बाईट मुख़्तार अब्बास नकवी केंद्रीय मंत्री
इंदौर – इंदौर में आज केन्द्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय के द्वारा हुनर हाट का आयोजन किया गया इस हाट का आज मध्य प्रदेश के राज्य पाल लालजी टंडन और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की फीता काटकर इस हाट का उद्घाटन किया इस हाट में देश के अलग अलग जगहो से दस्तकार शिल्पकार आए हुए हे जिनके हाथो से बनी अलग अलग वस्तुओ के इस्टाल लगाए गए हे इस हाट में भाग लेने आए मध्य प्रदेश के राजयपाल ने कहा की देश भर के हुनर बन यह आए हे में इनका यह स्वागत करता हुए और में आयोजन करता मंत्री का भी स्वागत करता हु जिन्होंने एक देश की कल्पना के पीएम कहे की सब एक इतनी विभिन्ता वाला देश जहा सब अलग अलग जगह अलग अलग हाथो में हुनर हे अलग अलग खान पान हे उनमे अलको वेरायटिस हे पहनावा हे जिसमे सब में हुनर हे और ये हिंदुस्तान की पहचान हे जो यह का आदिवासी हे वो बिलकुल जंगल में रहता हे लेकिन उसके हाथ में भी हुनर हे लेकिन हमारा तो बहुत बड़ा समाज हे लेकिन उसके हाथ में वो हुनर नहीं हे और जो यह की इकोनामी रही हे अच्छे बुरे दिन आए लेकिन इस देश में कभी भुख्मारी नहीं हुई उसकी वजह यह थी की किसी ना किसी परिवार में कहि कोई ऐसा सक्स हे के जिसके हाथ में कोई हुनर हे और कोई परिस्थितः हो उसमे वो अपने हुनर से अपने पेट भरने जितना कमा लेता हे वही राजयपाल ने हुनर बनो को लेकर कुछ बातो आगे और भी साझा की वही केंन्द्री मंत्री ने भी अपने द्वारा आयोजन किये जानो को लेकर हुनर बनो के संबंधन में अपनी बात भी रखी वही कार्यक्रम के अंत में राज्य पाल लालजी टंडन को मंत्री नकवी ने हाथ पकड़कर पूरा हुनर हाट घुमाया वही नकवी ने मिडिया से चर्चा करते हुए हुनर हाट को लेकर चर्चा में कहा की इस हाट में देश के कश्मीर से लेकर कन्या कुमारी तक के दस्तकार शिल्पकार भाग ले रहे हे पीएम मोदी का जो संकल्प हे के इस्टेंडब इण्डिया इसटाडब इण्डिया उस संकल्प को मजबूती के साथ आगे बढ़ाता हुआ ये हुनर हाट एक जो कमजोर जो गरीब दस्तकार जिनकी ये दस्तकारी की विरासत लुब हो रही थी उसको मौका मार्किट देने वाला हुनर हाट साबित हो रहा हे अभी तक हुनर हाट के मध्यम से पौने तीन लाख लोगो को रोजगार के मौके मिले और हमारा संकल्प कोसिस हे की वर्ष 2020 तक 10 लाख दस्तकारों शिल्पकारों को रोजगार से जोड़ सकते हे।