फर्जी मार्कशीट व दस्तावेज तैयार कर,लायसेंस बनानें वाले गिरोह का पर्दाफाश।
गिरोह के 6 आरोपी, बड़ी संख्या में फर्जी मार्कशीट, दस्तावेज व सीलों सहित, पुलिस थाना तेजाजी नगर की गिरफ्त में।
इन्दौर-दिनांक 28 फरवरी 2019- पुलिस थाना तेजाजी नगर पर थाना क्षेत्रांतर्गत स्थित आरटीओ कार्यालय में फर्जी अंकसुची के आधार पर हैवी लायसेंस बनायें जाने की सूचना प्राप्त हुई थी। उक्त सूचना पर वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी तेजाजी नगर के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन कर कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया।
पुलिस टीम द्वारा उक्त सूचना की बारीकी से पतारसी करनें पर यह ज्ञात हुआ कि हैवी व्हीकल के लायसेंस बनवाये जाने हेतु मार्कशीट की आवश्कता होती है जो उपलब्ध नही होने पर आरटीओ एजेंट बडी रकम लेकर उपलब्ध करा देते है। इसके आधार पर पुलिस टीम नें एजेंट अर्पित, विकास, प्रेमसागर, नजीर को हिरासत मे लेकर पूछताछ करनें पर उक्त फर्जी मार्कशीट बनाना स्वीकार किया है। आरोपियों ने पूछताछ करनें पर बताया कि हैवी लायसेंस दो कैटगरी मे अलग-अलग रेट मे बनाते थे तथा मार्कशीट ना होनें पर अतिरिक्त रूपयें लेकर रहीस एवं भोला से मार्कशीट बनवाना बताया। पुलिस टीम द्वारा भोला एवं रहीस को हिरासत में लेकर पूछताछ करनें पर लगभग तीन साल से बडी संख्या में फर्जी मार्कशीट बनाकर फर्जीवाडा करना बताया है। पुलिस टीम द्वारा उक्त मामलें में आरोपियों – 1.अर्पित पिता रमेश अग्रवाल उम्र 29 साल निवासी मयूर नगर मुसाखेडी इन्दौर, 2. विकास पिता रामेश्वर गौंड़ उम्र 28 साल निवासी गवली पलासिया इन्दौर, 3. प्रेमसागर पिता धनश्याम शर्मा उम्र 31 साल निवासी 78 स्कीम इन्दौर, 4. नजीर पिता शब्बीर उम्र 38 साल निवासी 94 स्वर्णबाग कालोनी खजराना, 5. रहीस पिता कल्लु खान उम्र 26 साल निवासी मस्जिद के पास सिमरोल, 6. भोला उर्फ मनोज पिता लालचंद राजोले उम्र 46 निवासी ग्राम दुधिया खुडैल इन्दौर को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के कब्जें से फर्जी मार्कशीट लगभग 100 (बनी हुई एवं कोरी सील गली हुई), विभिन्न स्कुलो की सीलें और विभिन्न थानों की उपयोग की गई सील जप्त की गई। पुलिस टीम द्वारा प्रकरण में बनाये गये सभी फर्जी दस्तावेज संबंधी लायसेंस की जांच की जावेगी। जांच के दौरान आरोपियों की संखया मे भी इजाफा होने की संभावना है।
उक्त कार्यवाही मे वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी नीरज कुमार मेढा, उनि सचिन त्रिपाठी, सउनि दिनेश कुमार, आर देवेद्र परिहार, नितीन और बिजेंद्र की सराहनीय भूमिका रही। उक्त पुलिस टीम को श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा 10,000 रूपयें नगद इनाम की घोषणा की है।