बॉर्डर पर सेवा कर रहे सैनिकों को नौकरी से छुट्टी लेकर आना पड़ा इंदौर पुलिस की जनसुनवाई में, छोटे भाई को परेशान कर रही महिला की पहले भी कर चुका शिकायत
इंदौर – वैसे तो जनसुनवाई में हमेशा से कई ऐसे पीड़ित आते हैं जिनके देखकर यह लगता है कि शहर में रहने वाले कितने पीड़ित थे जो कि पुलिस के पास होने को है क्या है लेकिन मंगलवार का मामल जिसे देखकर कुछ पल के लिए ऐसा लगा कि देश की सीमा किस के हवाले हैं असम रेजीमेंट का एक जवान जो की सीमा की सुरक्षा में 24 घंटे मुस्तैद रहता है लेकिन उसकी सहायता जब पुलिस नहीं कर रही तो वह खुद सीमा सुरक्षा को छोड़कर जनसुनवाई में अधिकारियों के पास आया और उन्हें अपनी गुहार लगाई मामला था उसके परिवार में उसके छोटे भाई को किसी महिला द्वारा लगातार परेशान किया जा रहा था जिसकी सुनवाई थाने पर नहीं हो रही थी अपनी पीड़ा व्यक्त करते उन्हें अधिकारियों से कहा और उसके बाद फिर अधिकारियों ने तुरंत थाना प्रभारी को आदेश भी दिए लेकिन जब कोई जवान देश की सीमा पर अपनी जान दे देता है तब उसे कोई नहीं पूछता है लेकिन क्या उस जवान को एक पुलिस द्वारा इतनी भी सहायता नहीं मिल पाई कि वह भारत मां के लिए तो अपनी जान दे रहा था लेकिन उसकी खुद की मां के लिए उसे सीमा से अपने घर आना पड़ा।