माननीय प्रधानमंत्री जी, सुना है की आप बहुत सवेदनशील है
माननीय प्रधानमंत्री जी आप बहुत सवेदनशील है सूत्रों से सुना है, अपने पाकिस्तान पर आतंकी ठिकानों पर हमले के वक्त आदेश में ये स्पष्ट ध्यान रखा था कि आम नागरिकों को वहाँ कोई नुकसान न पहुचे।सिर्फ आतंकी ठिकानों पर हमला हो लेकिन देश मे एक बडी दिशाहीन बहस चल रही है। देश से आवाज आ रही है पाकिस्तान का नामो निशा मिटा दो। बीजेपी की मीडिया टीम भी इन बातों का पूर्ण भावनात्मक लाभ bjp को दिलाते दिख रहा है तो कृपया देश को ये बात स्पष्ट करे कि क्या आप पाकिस्तान व वहा की सेना व नागरिकों से युद्ध का वातावरण बना रहे है या पाकिस्तान में रहने वाले,पाकिस्तान के रास्ते जम्मू कश्मीर में आने वाले या जम्मू कश्मीर में वहा के नागरिक के रूप में रहने वाले आतंकवादियों पर हमला कर देश की सेना को आतंकवादी हमलों (अघोषित युद्ध) मे शहीद होते हमारे सैनिक ओर नागरिकों को सुरक्षित रखने कोई प्रयास कर रहे है।
वो तो रोज गोलियां चला रहे है हमला कर हमारे बहुमूल्य वीर योद्धाओं की जान ले रहे है और आप एक हमला कर जश्न में मशगूल हो गए। जब तक जम्मू कश्मीर,पाकिस्तान में एक भी आतंकवादी जिंदा है हमले रुकना नही चाहिए।
अशोक रघुवंशी