” सर रेकॉर्डेड लाइन पर बात कर रहा हूं, सेबी रेकॉर्डिंग सुनती है, मैं कह रहा हूं ना की रिटर्न देने की मेरी गारंटी है” : इंदौर की रीपल्स एडवाइजरी के सेबी ऑडिट में सामने आए चौंकाने वाले तथ्य, ग्राहकों से निवेश की गारंटी देकर वसूले 50 हज़ार से 27 लाख तक, सेबी ने काम बंद करने के दिए आदेश, वर्तमान व पूर्व निदेशकों समेत सभी के बैंक खाते व अन्य संपत्ति सीज
मुंबई। सेबी ने हाल ही इंदौर कि कई एडवाइजरी के ऑडिट किए जिसके बाद करीब एक माह में 13 से अधिक कंपनियों पर आदेश पारित कर उन्हें किसी भी प्रकार से कार्य करने के लिए रोक दिया गया।
ठीक उसी प्रकार से सेबी ने इंदौर की रिपल्स एडवाइजरी के खिलाफ भी एक ऐसा ही आदेश पारित किया जिसमें सीबी ने बताया की सितंबर माह में हुए ऑडिट में खुलासा हुआ कि किस प्रकार रिपल्स एडवाइजरी के कर्मचारी बेखौफ होकर रिकॉर्डेड लाइन पर निवेशकों को रिटर्न की गारंटी देते हुए नजर आए।
इतना ही नहीं रिपल्स ने इस झांसे में 50000 से लेकर 27 लाख तक निवेशकों से वसूल लिए।
सितंबर 2019 तक सीबी के पास रिपल्स की 418 शिकायतें प्राप्त हुई जिसमें से तकरीबन 22 शिकायतें अभी तक अनसुलझी है जिसमें से 3 शिकायतें वर्ष 2018 की भी बकाया है।
उक्त स्थिति में सेबी ने कल एक आदेश पारित कर रिपल्स एडवाइजरी उसके कुल 8 वर्तमान व पूर्व निदेशकों के खिलाफ आदेश पारित कर उन्हें शेयर बाजार में किसी भी प्रकार का कार्य नहीं करने वह तुरंत बंद करने के आदेश दिए साथ ही कंपनी के सभी बैंक खाते चल अचल संपत्ति को तुरंत प्रभाव से शीश करने के आदेश भी दिए।
सीबी ने रिपल्स के सभी कर्मचारियों को भी शेयर बाजार से जुड़े किसी भी काम को ना करने की सलाह व निर्देश दिए
पिछले एक माह में सेबी ने तकरीबन ऐसे 13 सख्त आदेश निकाले जिसमें निवेशकों की तरफ से मिली छोटी से छोटी शिकायत दी कार्यवाही करने के लिए मददगार साबित हुई अब देखना यह है कि आने वाले समय में ऐसे और कितनी एडवाइजरी पर सीबी की गाज गिरती है।
SEBI | Interim Order in the matter of Ripples Advisory Private Limited – https://www.sebi.gov.in/enforcement/orders/dec-2019/interim-order-in-the-matter-of-ripples-advisory-private-limited_45515.html#