सीईटी परीक्षा के गड़बड़झाले के बाद डीएवीवी में आज से धारा 52 लागू
नरेंद्र धाकड़ , कुलपति , देवी अहिल्या विश्व विद्यालय, इंदौर
इंदौर केे देवी अहिल्या विश्वविध्यालय में उच्च शिक्षा विभाग ने धारा 52 लागू कर दी है। सीईटी परीक्षा में हुई गड़बड़ी सामने आने के बाद उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने विश्वविद्यालय में धारा 52 लगाने की घोषणा की है| विश्वविद्यालय में धारा 52 लगाने की घोषणा की है| मंत्री पटवारी ने कुप्रबंधन की जांच के दौरान शिकायतों के प्रमाणित पाते ही सख्त कार्रवाई की है। दरअसल, रविवार को सीईटी कराने में हुई गड़बड़ी को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन आरोपों से घिरा हुआ है। गड़बड़ी के बाद सीईटी ग्रुप डी की परीक्षा निरस्त कर दी गई थी। वहीं सोमवार सुबह प्रदर्शन करने आए कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने कुलपति से कहा था कि परीक्षा नहीं हुई तो क्या अब बच्चे फांसी लगा लें, टेस्ट में ऐसी स्थिति क्यों बनी, कंपनी पर कार्रवाई होना चाहिए। इस पर कुलपति ने कहा था कि हम कंपनी पर कार्रवाई करेंगे। दरअसल, विश्वविद्यालय द्वारा सुबह 10 से 12 बजे के बीच ग्रुप ए1 और ग्रुप डी2 की परीक्षा करवाई गई थी। इस परीक्षा को आधे लोग तकनीकी खराबी के कारण नहीं दे सके। वहां मौजूद छात्रों और अभिभावकों ने गड़बड़ी के कारण हंगामा कर दिया। तकनीकि समस्या के कारण छात्रों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। दूर दराज से आए छात्र विवि प्रबंधन के खासे नाराज दिखे। ग्रुप ए1 की परीक्षा का पेपेर सर्वर के कारण डाउनलोड नहीं हो पा रहा था इसलिए परीक्षा सवा घंटे देरी से शुरू हुई। तो वहीं ग्रुप डी2 की परीक्षा रद्द कर दी गई। पेपर डाउनलोड न होने की गड़बड़ी के बाद छात्र और अभिभावक परेशान होते रहे। परिजनों के हंगामे के बाद विवि प्रशासन की आंखे खुली और तत्काल एक आपातकाल बैठक बुलाई गई। इस परीक्षा को करवाने के लिए इंदौर शहर में कुल 24 सेंटर्स एवं देशभर में 24 शहरों के 50 सेंटर्स बनाए गए थे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने 22 विभागों के 65 कोर्स में एडमिशन कराने के लिए परीक्षा का आयोजन किया था। परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर छात्र संगठन भी रविवार को काफी सक्रिय नजर आया। एनएसयूआई ने जहां उच्च शिक्षा मंत्री को पूरे मामले की जानकारी दी और परीक्षा में भ्रष्टाचार को लेकर शिकायत की। मामले में छात्र नेताओं ने गड़बड़ी की जांच के लिए भोपाल की टीम से करवाने की मांग उठाई। गंभीरता दिखाते हुए मंत्री ने तुरंत भोपाल में अधिकारियों को जांच के लिए आदेश दिए, वहीं एबीवीपी ने भी प्रदर्शन किया।