हनीट्रैप में इंदौर पुलिस का बड़ा खुलासा मोनिका के पिता से मिलने राजगढ़ गयी पुलिस को पिता ने बताया कि मोनिका को पढ़ाने और सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ले गया था गिरोह, हानि ट्रैप गिरोह के ख़िलाफ़ ह्यूमन ट्रैफिकिंग का मामला दर्ज
रुचिवर्धन मिश्र , एसएसपी ,इन्दौर
इंदौर :
- इंदौर पुलिस का राजगढ जाकर नया खुलासा
- राजगढ़ जाकर गांव के सरपंच और पिता के बयानों में हुआ खुलासा
- युवती को पढ़ाने और पैसे देने के लिए मोनिका को भोपाल ले कर गया था गिरोह
- पहले युवती को फोन पर एक अनजान युवक ने किया था सम्पर्क
- सम्पर्क के बाद सरकारी नौकरी और पैसा देने की कही थी बात
- राजगढ़ के नरसिंहगढ़ परिवार से मिलने भी गए थे गिरोह के सदस्य
- आरती, श्वेता और दो अन्य पुरुष के विरुद्ध पुलिस ने किया प्रकरण दर्ज
- पूर्व में हनी ट्रेप मामले में हो रही पुलिस की फजीहत से बचने के लिए पुलिस ने अपनाया नया पैंतरा
हनी ट्रेप मामले में पकड़ाई महिला आरती दयाल और मोनिका की बीच एक नई कहानी सामने आ गई । मोनिका के पिता अब बने फ़रियादि मोनिका को हनीट्रैप जाल में फ़साने के लिए और उसके बने हुए विडीओ से ब्लैकमेल कर पैसे माँगने के केस में अब इंदौर पुलिस श्वेता जैन,श्वेता,आरती,बरखा,और ड्राइवर के ऊपर ह्यूमन ट्रैफ़िकन का केस दर्ज कर लिया हैं। मोनिका से जब सोमवार को पूछताछ के लिए भोपाल लेकर गयी तो वहाँ उसके कॉलेज से पता चला की मोनिका पढ़ने में बहुत अच्छी छात्रा है उसे ४ सबजेक्ट में D मिला हुआ है…मोनिका पढ़ने में अच्छी थी और आगे पढ़ना चाहती थी,,इसी चाहत में वो इन लोगों के सम्पर्क में आगयी।
सबसे पहले इससे एक युवक अभिषेक ने फ़ेसबुक से सम्पर्क किया और उसे अपने जाल में फँसाया…बाद में नरसिंहपूर आरती लेने गयी थी। उसका जब विडीओ बनाया गया तब उसे पता नही था…इसके विडीओ बनाने के बाद गैंग ब्लैक्मेल कर मोटी रक़म वसूलता था और अपने काम निकलवाता था,मोनिका सिर्फ़ इनके लिए एक मोहरा थी.उसके पढ़ने की इच्छा शक्ति और ग़रीबी का फ़ायदा उठा कर अपनी गैंग का हिस्सा बना लिया था। मोनिका जब पूरी तरह से फँस गयी तब उसके विडीओ और ब्लैक्मेल कर पैस वसूलने के बारे में आरती ने बताया।एसएसपी रुचिवर्धन के मुताबिक़ आगे और भी लड़कियों नाम आगे आ सकते है…मानव तस्करी के तार क्रॉस बॉर्डर भी जुड़े हो सकते हैं। ये बड़ा मानव तस्करी का मामला हैं।