सरकार द्वारा अधिग्रहित किए गए इंदौर के 10 अस्पतालों ने अभी तक नहीं लिया एक भी कोरोना पेशेंट, प्रशासन ने टिकाए नोटिस, जवाब नहीं दिया तो हो सकते हैं लाइसेंस सस्पेंड
इंदौर – मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में जहां कोरोना वायरस संक्रमण के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है वहीं दूसरी और स्वास्थ्य विभाग के लिए भी चिंता का विषय है दरअसल संकरण मरीजों को स्वस्थ करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा 28 प्राइवेट हॉस्पिटलों को 15% तक कोविड-19 को उपचार के लिए सुविधा मोहिया कर कोरोना पेशंट के उपचार करने के लिए निर्देश दिए गए थे जिसमें 10 ऐसे हॉस्पिटल हैं जिन्होंने अब तक किसी भी कोरोना वायरस संक्रमण मरीजों का उपचार शुरू नहीं किया है जिसको लेकर अब प्रशासन द्वारा नोटिस जारी कर तीन दिवस में इन हॉस्पिटलों से जवाब मांगा गया है जवाब नहीं देने पर जिला प्रशासन द्वारा लाइसेंस निरस्त करने देश की बड़ी कार्यवाही भी की जा सकती है बाहर हाल अब देखना होगा कि कोविड-19 से जूझ रहे शहर के लोगों के लिए यह प्राइवेट हॉस्पिटल कितने मददगार साबित होते हैं या फिर अपनी मानवीयता छोड़ कोरोना की इस जंग मैं स्वस्थ विभाग और प्रशासन की मदद किए बिना मनमानी करने निजी हॉस्पिटलों पर क्या कुछ गाज गिरेगी
बाइट – अमित मालाकर, नोडल अधिकारी स्वास्थ विभाग
10 hospitals in Indore acquired by government have not yet taken a single corona patient