मध्यप्रदेश में दो दिन से गरम है हन्नी ट्रेप मामला। आरोप अपने सेक्स जाल में फँसे नेता व अधिकारियों को ब्लैकमेल करने वाली महिलाओ पर दर्ज हो चुका है। ओर अब पुलिस के पास सारे वीडियो फ़ोटो की 1000 क्लिप पहुच चुकी है। तो क्या अब वो नेता और अधिकारी इन वीडियो में दिख रहे है उनसे नाम उजागर नही करने की शर्त पर सेटिंग होगी। ओर सारे नाम दबा दिए जाएंगे। क्या अपराधी सिर्फ ब्लैक मेल करने वाली महिलाएं ही है। वो भरस्टाचार में लिप्त नेता और अधिकारी अपराधी नही है जिन्होंने अय्याशी के लिए काले धन का दुरुपयोग किया। जनता सरकार व पुलिस की तरफ बड़ी आशा भारी नजरो से देख इंतजार कर रही है कि कब पुलिस सभी नेता और अधिकारियों के नाम सार्वजनिक करेगी। जिनकी वीडियो और फ़ोटो पुलिस के पास है। या हाई प्रोफाइल अय्याश नेता अधिकारी अपने रुतबे ओर रुपये के दम पर अपना चेहरा छिपाने में कामयाब हो जाएंगे। ये बड़ा सवाल जनता के मन मे उठ रहा है। अभी तक सिर्फ एक नाम सामने आया है सिटी इंजीनयर हरबजन सिंह का जिन्होंने शिकायत की थी। सरकार की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वो सभी नेता अधिकारियों की लिस्ट सार्वजनिक करें जिनके वीडियो और फ़ोटो इन महिलाओं के साथ पुलिस ने आरोपियों से बरामद किए है।ओर इनके ऊपर भी आपराधिक मामला दर्ज करने के साथ ही आरोपी जिस NGO से जुड़े है उसके दुवारा लिए गए ठेके व सरकारी अनुदान को भी सार्वजनिक किया जाए।
अशोक रघुवंशी भारतीय न्यूज़