27 सलों में बदल गए हम, जिसका डर था वैसा कुछ नहीं हुआ बल्कि सभी समाजों ने ख़ुद शांति बनाए रखने के लिए रद्द किये सभी जुलूस, इंदौर में भी आराम से गुज़र गया फैंसले का दिन, सब ने ली चैन कि सांस
इंदौर। अयोध्या फैसला आने के बाद जहा पुलिस लगातार सुरक्षा व्यवस्था सम्भाले हुए है और इसका असर यह हुआ कि इन्दौर का आम जन का जीवन आम दिनों की तरह ही गुजरा, शहर के अधिकतर बाजार चालू थे ।
लोग आराम से पूरे शहर में घूम रहे थे वही अति सवेदनशील क्षेत्रो की बात करे तो वहां भी सामान्य दिनों की तरह की दिन गुजरा वहीं अब पुलिस ईद को लेकर चिंता में है लेकिन पुलिस की चिंता को समाज के लोगो ने ही कम कर दी और समाज के जुलूस व अन्य कार्यक्रम निकलते थे उन्हें निरस्त कर दिए।
अयोध्या फेसलो के बाद पुलिस के आला अधिकारी लगातार सुरक्षा व्यवस्था को सम्भाले हुए थे जहाँ देर रात तक इन्दौर शहर में किसी तरह की कोई घटना सामने नही आई तो पुलिस ने राहत की सास ली ,वहीं पुलिस अधिकारियों का भी मानना है कि इन्दौर शहर में आम दिनों की तरह ही दिन गुजरे और किसी तरह की कोई घटना और उपद्रव की सूचना सामने नही आई , एतिहात के तौर पर पूरे इन्दौर में धारा 144 लगा दी गई है लेकिन शांत शहर के शांत नागरिकों ने अयोध्या जैसे सेंसेटिव मुद्दे पर भी किसी तरह की कोई प्रतिकिर्या नही दी जो कि एक मिसाल है।
जैसे तैसे फैसले का दिन गुजरा और ईद जैसे त्योहार की चिंता पुलिस के सामने खड़ी थी जिसे समाज के लोगो ने ही कम कर दिया, समाज का एक प्रतिनिधि मंडल पुलिस के आला अधिकारियों से मिला और ईद के दिन जो जुलूस और अन्य कार्यक्रम होते है उन्हें सुरक्षा की दृष्टि से निरस्त कर एक मिसाल पेश कर दी ।
समाज के लोगो का भी कहना था कि जिस तरह शहर में धारा 144 लगी है और इन्दौर पुलिस ला इन ऑडर को बनाने रखने के लिए कई तरह के जतन कर रही है तो इन्दौर शहर की शान्ती और सद्भाभावन को देखते हुए समाज के वरिष्ट से राय लेकर पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों से बात करके ईद पर निकलने वाले जुलूस और अन्य कार्यक्रमो को निरस्त कर दिया।
बाईट – मुबारिक मंसूरी , क्षेत्रीय पार्षद
बाईट – मनीष खत्री , एडिशनल एसपी , इंदौर
जिस तरह से अयोध्या फेसलो को लेकर इन्दौर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को सम्भाली उसका नतीजा रहा कि किसी तरह की कोई घटना इन्दौर में नही हुई ,इंदौर पुलिस की विभिन्न समाजिक संगठनों ने भी मदद की ,बता दें इन्दौर में ईद पर निकलने वाले जुलूस और प्रकाश पर्व पर जो चल समारोह निकलता है उसे शहर की सुरक्षा को देखते हुए निरस्त कर दिया गया , सामज के द्वारा इस तरह का निर्णय एक मिशाल पेश करता है और उनकी भावना को लेकर धन्यवाद देना चाहिए।
बाईट – रुचि वर्धन मिश्र
फिलहाल इंदौर शहर की जनता ने अयोध्या फैंसले को लेकर एक मिसाल तो पेश कर दी वहीं यदि यह आपसी भाईचारा हमेशा बने रहे तो इन्दौर शहर और तेज गति से विकास करे।