इंदौर कान्हा नदी की सफाई में उमड़ा नेताओ अधिकारियों का हुजूम। कितना सार्थत
इंदौर कान्हा नदी की सफाई में उमड़ा नेताओ अधिकारियों का हुजूम। कितना सार्थत पिछले 25 सालों से भारतीय जनता पार्टी की निगम परिषद,सांसद, विधायक व अधिकारी लगातार प्रयास कर रहे है केंद्र व राज्य शासन से भी करोड़ो रूपये लेकर बहा दिए गए लेकिन कान्हा का स्वरूप नही बदला। इस प्रयास की शुरुवात वर्तमान बीजेपी रास्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने २००२ इंदौर के महापौर कार्यकाल में शुरू किया था। इंदौर की जनता को काश्मीरी सपने दिखाए गए नदी के दोनों ओर दुकाने भी बनाई गई। नदी में नाव स्वच्छ पानी के सपने और फिर ये प्रयास लगातार पूर्व सांसद श्रीमती सुमित्रा महाजन के कार्यकाल परवान चढ़ा। महापौर डॉक्टर उमा शशि शर्मा,कृष्णमुरारी मोघे,श्रीमती मालिनी गौड़ के कार्यकाल में भी ये प्रयास देखने को मिला पिछले 20,25 सालो से प्रतिवर्ष बारिश के पहले पूर्व सांसद श्रीमती सुमित्रा महाजन की तस्वीरें तगाड़ी हाथ मे लिए श्रमदान करते हुए हम देखते आये है। लेकिन नतीजा शून्य ही रहा। 15 साल पहले दिग्विजय शासनकाल के लंबे अंतराल के बाद फिर प्रदेश में कांग्रेस सरकार है। निगम पर बीजेपी का ही कब्जा है। केंद्र में बीजेपी सरकार है। हा इंदौर के सांसद जरूर बदल चुके है। कल इंदौर सांसद शंकर लालवनी भी इसी प्रक्रिया को आगे बढ़ाते दिखे। आशावादी जनता के लिए आज के अखबारों में छपे राज्य सरकार के मंत्रियों के फोटो,सांसद के फोटो और कई संस्थाओ से जुड़े सम्मानीय बुद्धिजीवियों के फोटो बड़ा सुकून दे रहे थे लेकिन ये सुकून सिर्फ और सिर्फ एक दिन का बनकर न रह जाये। फ़ोटो केंद्र सरकार और राज्य सरकार से कान्हा नदी सफाई के नाम पर फण्ड रिलीज़ करवाने तक सीमित न रह जाये जनता के पैसे का सही उपयोग हो और इंदौर में कान्हा नदी स्वच्छ जल के साथ कल कल बहती नजर आए ये प्रयास ईमानदारी से हो ऐसी हम सिर्फ उम्मीद कर सकते है । अशोक रघुवंशी भारतीय न्यूज़