डॉक्टर द्वारा ब्रेस्ट सर्जरी के नाम पर छेड़छाड़ मामले में एडीजी वरुण कपूर युवती से मिले, सुना पूरा मामला : जल्द कार्यवाही का दिलाया भरोसा
इंदौर – वैसे तो पुलिस अपने आपको महिला सम्बंधित अपराधो के मामले में बहुत संवेदनशील बताती है, लेकिन इंदौर में पुलिस की ही संवेदाहीनता की वजह से छेड़छाड़ पीडिता एक मॉडल युवती ने सीएम के सामने आत्मदाह करने की चेतावनी दी है एडीजी को आवेदन देकर पीड़ित मॉडल ने यह चेतावनी दी है।
अपने जन्मदिन के अवसर पर एडीजी ऑफिस में खड़े होकर आंसू बहती यह युवती पेशे से मॉडल है.. अपना फिगर बेहतर करने के उद्देश्य से इस मॉडल ने जंजीरवाला चौराहे स्थित मर्म क्लिनिक पर ब्रेस्ट सर्जरी के लिए सम्पर्क किया था यहाँ वह 4 जून को पहुंची थी 5 जून को उसे चेक अप के लिए बुलाया गया.. मॉडल का आरोप है कि 5 जून को चेक अप के नाम पर मर्म क्लिनिक के डॉक्टर अमित पोरवाल ने उसके साथ अश्लील हरकत की.. यही नही मॉडल का आरोप है कि इस दौरान डॉ पोरवाल ने उसके टॉपलेस फोटो और वीडियो भी ले लिए.. अपने साथ हुई छेड़छाड़ की शिकायत करने के लिए 5 जून को ही पीड़ित मॉडल तुकोगंज थाने पहुंची, लेकिन वहा उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई महिला अधिकारी नहीं होने की बात कहकर उसे देर रात तक थाने में बैठाये रखा गया और बाद में भेज दिया गया उसके बाद से पुलिस उसके तीन बार बयान दर्ज कर चुकी है, लेकिन उसकी शिकायत पर अभी तक रसूखदार डॉक्टर के खिलाफ पुलिस ने ऍफ़आईआर दर्ज नहीं की अब पीड़ित मॉडल ने सीधे तौर पर चेतावनी दी है, यदि उसकी शिकायत पर डॉक्टर के खिलाफ प्रकरण दर्ज नहीं हुआ तो वह शनिवार को इंदौर में सीएम कमलनाथ के सामने आत्मदाह कर लेगी।
अपने लिए इन्साफ की गुहार लगाने के लिए पीड़ित मॉडल तमाम आला पुलिस अधिकारियो के चक्कर काट चुकी है लेकिन कही भी उसकी सुनवाई नहीं हुई अपने जन्मदिन के अवसर पर भी वह एडीजी वरुण कपूर को शिकायत करने के लिए उनके ऑफिस पहुंची यहाँ वह पूरे समय अपने साथ हुई छेड़छाड़ के बारे में सोचते हुए आंसू बहाती रही काफी देर खड़े रहने के बाद मॉडल को एडीजी ने मिलने बुलाया और उसकी शिकायत की जाँच कर प्रकरण दर्ज करने का आश्वासन दिया एडीजी वरुण कपूर के मुताबिक महिला अपराध के मामले में युवती की मदद की जाएगी।
पुलिस हर स्तर पर युवती की शिकायत की जाँच कर चुकी है.. 3 बार उसके बयान लेने के बाद भी उसकी शिकायत पर प्रकरण दर्ज नहीं किया गया.. एसे में पुलिस पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लग रहे है.. यहाँ सवाल यही है कि क्या यही पुलिस की संवेदनशीलता है कि पीड़ित युवती को कई चक्कर कटवाने के 24 दिन बाद भी प्रकरण दर्ज नहीं किया गया।