देश में नंबर वन शहर के हालात काफी खराब
इंदौर – विगत 2 दिनों में हुई इंदौर में लगातार बारिश में जो इंदौर के हालात समाचार पत्रों के माध्यम से दिख रहें हैं ।
उसके लिए जबाबदार कौन हैं? क्या कोई जवाबदारी लेगा? स्थानीय प्रशासन या चुने हुए जनप्रतिनिधि पार्षद विधायक सांसद कोई भी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं होगा।
सिर्फ फौरी तौर पर कुछ अधिकारियों को नोटिस ठेकेदारों को नोटिस और लताड़ लगाकर मामले को खत्म कर दिया जाएगा। यह सिलसिला बरसों बरस से चला आ रहा है।
इंदौर शहर की पांचो विधानसभा के हर वार्ड में जलजमाव ,जल भरण ,घरों में, दुकानों में ,सड़कों पर। चोक ,टूटी पाइप लाइनें की समस्या मुख्य तौर पर दिख रही है ।
लेकिन इसका कोई स्थाई इलाज नहीं सिर्फ जेसीबी से सड़क गली खोद कर चेम्बर तोड़फोड़ कर इलाज कर दिया पानी निकाल दिया जाता है। तत्कालिक राहत देकर कर सब बच निकलते हैं। और फिर वही की वही स्थिति ।
इंदौर नगर पालिका निगम में सभी विभागों में कर्मचारियों की पूरी फौज की फ़ौज है जिसमें से कितने प्रतिशत वर्कर्स अपने क्षेत्र में काम करते हैं वहां की समस्याओं को हल करने के लिए तत्पर रहते हैं यह भगवान भी नहीं बता सकता है ।
सब निचले स्तर के कर्मचारी से लेकर उच्च स्तर के अधिकारियों जनप्रतिनिधियों की सांठगांठ से यह सब चल रहा है विगत 15 वर्षों से प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी और उससे अधिक वर्षों से नगर निगम में भारतीय जनता पार्टी सत्ता में काबिज थी और वर्तमान में भी है केंद्र में भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार प्रदेश में भी और स्थानीय स्तर पर भी फिर भी आपसी तालमेल का अभाव गुटबाजी पट्ठे बाजी के कारण आज इंदौर के हालात वही की वही है जो बरसों पहले थे सिर्फ हुआ है कुछ तो तत्कालीन आयुक्त महोदय श्री मनीष सिंह जी के समय देश में नंबर वन का खिताब स्वच्छता में पाकर गर्व से सीना चौड़ा कर रखा है बाकी सब कुछ कागजों पर चल रहा है ।
सिर्फ सफाई में नंबर वन
बाकी तो प्रातः कालीन अखबारों की तस्वीरें हेडलाइंस और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की रिपोर्ट सब उजागर कर रही है।