नौकरी देने के नाम पर फ़र्ज़ी IT कंपनी नें 50 लोगों से जमा किये 22 लाख, जब तनख्वाह देने की बारी आई तो गायब, नौकरी के नाम पर धोकदड़ी का सबसे बड़ा मामला, लसूड़िया पुलिस ने मामला दर्ज किया
इंदौर। शहर की स्कीम 114 में उत्तर प्रदेश के फैज़ाबाद मुख्यालय स्तिथ एक फ़र्ज़ी आईटी कंपनी ने दफ्तर खोला,
शहर के युवाओं को नौकरी देने के नाम पर बुरी तरह ठग लिया। सुपरलाइट इंफोटेक प्रा ली नाम की कंपनी ने पहले तो लुभावने विज्ञापन देकर युवाओं को फसाया, फिर ट्रेनिंग के नाम पर तकरीबन 50 लोगों से औसतन 25 हज़ार प्रति व्यक्ति ये कहकर रखवा लिए की ट्रेनिंग खत्म होने के बाद सभी को 10 हज़ार प्रति माह मिलेगा।
जब 9 अगस्त को तनख्वाह की बारी आई तो उक्त कंपनी का मैनेजर शिवांश सिंह राणा निवासी गोमती नगर लखनऊ आफिस बंद कर रातों रात भाग गया।
फोन का जवाब उसने सबको ये मेसज भेज के दिया कि 14 अगस्त तक तनख्वाह आ जाएगी, यदि कोई।पुलिस के पास गया तो कुछ नहीं दिया जाएगा। जब कर्मचारियों ने कंपनी के मालिक वेद प्रकाश शुक्ला निवासी फैज़ाबाद यूपी को फोन किया तो वो बोला कि मुझे कुछ नहीं पता, मैनेजर शिवांश ने फ़र्ज़ी दस्तावेज़ से कंपनी बना ली होगी।
मामले की संदिग्घ स्तिथि को भांप कर आवेदक तिलक नगर निवासी यश जैन ने अपने अन्य 49 साथियों के साथ मिलकर लसूड़िया थाने में आवेदन दिया, मामले की संगीनता को देखते हुए टीआई संतोष दूधी ने तुरंत कायमी के लिए कार्यवाही कर धारा 420, 406, 467, 468 व 34 के अंतर्गत मैनेजर शिवांश सिंह राणा और मालिक वेद प्रकाश शुक्ला के विरुद्ध मार्ग क़ायम कर जाँच शुरू कर दी है।