‘ ब्लैक रिबन ‘ इस बार स्कूल में, एडीजी इंदौर ने बच्चों को बताए इंटरनेट की दुनिया में बढ़ते अपराध और उससे बचने के तरीके
इंदौर – ” Black Ribbon Initiative ” के तहत सायबर जागरूकता अभियान की 340 वीं कार्यशाला संपन्न.
आईडियल इंटरनेशनल स्कूल, इंदौर में छात्र-छात्राओं के लिये ’’सायबर सुरक्षा’’ विषय पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री वरूण कपूर द्वारा व्याख्यान दिया गया । यह ” Black Ribbon Initiative ” के तहत सायबर जागरूकता अभियान की 340 वीं कार्यशाला थी जिसमें लगभग 698 छात्र-छात्राऐं, फेकल्टीज के सदस्यों ने भाग लिया व सायबर सुरक्षा के मूल मंत्रों की जानकारी प्राप्त की।
सायबर स्टाकिंग के बारे में विस्तृत रूप से समझाते हुए बताया गया कि वर्चुअल वर्ल्ड में कोई बार-बार आपका पीछा करता है, मैसेज करता है या फ्रेण्ड रिक्वेस्ट बार-बार भेजता है, वह सायबर स्टाॅकिंग का अपराध कर रहा है । इसकी अवहेलना न करें । यह खरतनाक हो सकता है। इसकी रिपोर्ट करें । इसके साथ ही फोटोग्राफ स्टाॅकिंग किस प्रकार से होती है, इसकी भी जानकारी दी गई और यह भी बताया गया कि फोटोग्राफ स्टाॅकिंग के माध्यम से ऑनलाईन शिकारी आपके फोटो का फायदा उठाकर अपराध को अंजाम दे सकते है इसलिये अपनी फोटो सोशल नेटवर्किंग पर कम से कम पोस्ट करें व सेल्फी फीवर से बचें ।
सोशल नेटवर्किंग पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी कम से कम शेअर करें । युवा सोच समझकर ही फेसबुक पर दोस्त बनाये । डिजिटल वर्ल्ड में कोई भी गतिविधि करने के पूर्व सोचें, समझे और फिर उस पर कार्य करें क्योंकि आपकी सावधानी ही आपको अपराध में शामिल होने या उससे बचने में सहायता कर सकती है । इसी प्रकार सायबर वर्ल्ड में सोच समझकर ही पासवर्ड तैयार कर उसका उपयोग करें । पासवर्ड सुरक्षित रूप से तैयार करने हेतु पासवर्ड बनाने के नियमों का पालन सुनिश्चित करें ।
सायबर अपराध क्यों होता है ? इसके अपराध बताने के साथ-साथ सायबर अपराध जो बच्चों को प्रभावित करता है, उसके बारे में जानकारी दी गई । यह भी बताया कि आपके और आपके डिवाईस के बीच अपराध होने की संभावना बढ़ गई है ।
इसी प्रकार डिजिटल फुटप्रिंट, फोटोग्राफी व सायबर बुलिंग, जिओ टेगिंग, मार्फिंग, सायबर से जुड़े अपराध है जिनके बारे में जानकारी होना आवश्यक है।
वर्तमान् में नागरिकों को नित नये-नये सायबर अपराधों का सामना करना पड़ रहा है। इसकी जानकारी हमें समाचार-पत्रों/न्यूज चैनलों से प्रतिदिन प्राप्त हो रही है ।
सायबर अपराधों को नियंत्रित करने व इसके दुष्प्रभावों से बचने का सबसे सशक्त माध्यम है युवाओं, छात्रों व आम नागरिकों को जागरूक होना ।
इस अवसर पर आईटी एक्ट एवं इसकी विभिन्न धाराओं की जानकारी भी दी गई ।
उक्त जानकारी श्री वरूण कपूर ने उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए बताई । कार्यशाला में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले तीन सक्रिय छात्र-छात्राओं क्रमशः प्रतीक सिंह, उत्कर्ष एवं कु. आशी को श्री कपूर ने प्रमाण-पत्र व गोल्डन बैज प्रदान कर सम्मानित किया। आईडियल इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर श्री अवधेश तिवारी द्वारा श्री कपूर को कार्यशाला समापन पर प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर स्कूल की प्रिंसिपल सुश्री पूजा तिवारी, स्कूल स्टाफ, उपुअ श्री सुभाष सिंह व सीएसपी परदेशीपुरा श्री निहित उपाध्याय उपस्थित रहे ।