आरंभ है प्रचंड – इंदौर शहर के मैरिज गार्डन क्वॉरेंटाइन कैंप में तब्दील, पूरे रानीपुरा की आज होगी स्क्रीनिंग, जो समाज सेवी संगठन भीड़ लगा खाना बांट रहे वह व्यवस्था बंद, हॉस्टल मालिकों ने यदि हॉस्टलरों को निकाला तो कार्रवाई, दो अस्पताल सिर्फ कोरोना के लिए, मजदूरों के लिए प्रशासन तैयार कर रहा खाना, कल से इंदौर में एक पत्ता भी नहीं हिलेगा
डॉ सौरभ माथुर
इंदौर। पीयूष जोशी के लिखे हुए एक भी अपने आज अपने बोल को जीवंत कर दिया है :
‘आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड आज ज़ंग की घड़ी की तुम गुहार दो’
कुछ इसी अंदाज में इंदौर के नए कलेक्टर मनीष सिंह ने भी शहर में प्रचंड आरंभ कर दिया है, कोरोना जैसी घातक बीमारी को हराने के लिए उन्होंने कुछ बड़े कदम तुरंत उठा लिए हैं।
इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया की निजी अस्पतालों की मीटिंग लेना कि शुरू हो गया है, सभी तरह के पेशेंट का इलाज चले कुछ अस्पतालों को सर्दी खांसी के सांस लेने की तकलीफ के मरीजों को आइसोलेट कर देंगे जिन क्षेत्रों से ज्यादा केस है जैसे रानीपुरा चंदननगर हाथीपाला खजराना यहां पर लोगों की स्कैनिंग करानी है स्वास्थ विभाग की टीम रवाना कर रहे हैं इन क्षेत्रों से करोना पॉजिटिव आ रहे हैं उन क्षेत्रों को पूरी तरह से लॉक डाउन कर रहे हैं और इन क्षेत्रों में प्राथमिक उपचार की दवाइयां बटवा रहे हैं।
इंदौर को पूरी तरह से लॉक डाउन करने की शुरुआत भी आज से करने जा रहे हैं, कलेक्टर मनीष सिंह का कहना है कि इंदौर में 90% लोगों ने किराने के सामान का स्टोर कर लिया है जहां पर सामान की व्यवस्था नहीं है वहां पर वॉलिंटियर्स को भेजकर सामान की व्यवस्था करवाएंगे.
कलेक्टर मनीष सिंह ने निवेदन किया कि लोग हरी सब्जी ना खाएं हरी सब्जियों में भी वायरस हो सकता है, जगह-जगह से हाथ लग कर आती सब्जियां में आलू प्याज की व्यवस्था करवाएंगे, मैं भी भोपाल से आया था मैंने भी सिर्फ दाल और चावल ही खाएं, हरी सब्जियों का आवाइट किया है कुछ दिन की परेशानी है जो लोगों को उठाने है एक बार की दिक्कत तकलीफ है.
बाइट इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह