स्वाइन फ्लू से डरे नहीं , समय पर इलाज ही है सही रोकथाम – स्वास्थ्य मंत्री श्री रघु शर्मा
स्वाईन फ्लू की स्क्रीनिंग के लिए प्रदेष में 21 जनवरी से 23 जनवरी तक विषेष अभियान
जयपुर। पूरे प्रदेश में पैर पसार चुके स्वाइन फ्लू पर बढ़ते बवाल और स्तिथि को सँभालने के लिए राजस्थान सरकार ने कमर कस ली है , कल स्वाथ्य मंत्री श्री रघु शर्मा जी ने पूरे विभाग के आला अफसरों की बैठक बुलाई जिसमे अभी तक की स्तिथि और रोकथाम के इंतेज़ाम अथवा रणनीति पर बात की गयी। बैठक में अतिरिक्त प्रमुख शासन सचिव आयुर्वेद श्री अष्वनी भगत, चिकित्सा षिक्षा सचिव श्री हेमन्त गेरा, मिषन निदेषक एनएचएम डाॅ.समित शर्मा, निदेषक जनस्वास्थ्य डाॅ.वी.के.माथुर, एसएमएस मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. सुधीर भण्डारी, अधीक्षक डाॅ. डी.एस. मीणा, आरएमएससी के प्रबंध निदेषक श्री सुरेष गुप्ता सहित संबंधित वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद थे।
मीटिंग के बाद मंत्री श्री रघु शर्मा जी ने मिडिया कर्मियों से बात कर के तैयारिओ की जानकारी दी। मंत्री डाॅ. रघु शर्मा ने बताया कि स्वाईन फ्लू की रोकथाम, जागरूकता एवं स्क्रीनिंग के लिए सम्पूर्ण प्रदेष में 21 जनवरी से 23 जनवरी तक विषेष अभियान चलाया जायेगा। इस अभियान के तहत घर-घर जाकर स्वाईन फ्लू की स्क्रीनिंग की जायेगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेष में स्वाईन फ्लू से बचाव, रोकथाम व इसके त्वरित उपचार की चिकित्सा सेवायें सभी जिलों में पूरी संवेदनषीलता के साथ उपलब्ध करवायी जा रही हैं। अभी तक 5 हजार 130 सैम्पल की जांच में से 1 हजार 23 सैम्पल स्वाईन फ्लू पाॅजिटिव पाये गये। स्वाईन फ्लू की रोकथाम के लिए व्यापक स्तर पर कार्यवाही की जा रही है एवं रेपिड रेस्पोंस टीमें घर-घर जाकर हैल्थ स्क्रीनिंग का कार्य भी कर रही हैं।
स्क्रीनिंग की पुख्ता व्यवस्था
डाॅ. शर्मा ने बताया कि स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाये जाने पर रोगी के संपर्क में आये लोगों व पड़ोसियों की समुचित स्क्रीनिंग के साथ-साथ रेनबसेरों, स्कूलों, होटलों एवं छात्रावास इत्यादि स्थानों पर विषेष सतर्कता बरती जा रही है। उन्होंने बताया कि तेज बुखार, जुखाम, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, 60 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्तियों एवं गर्भवती महिलाओं को विषेष सावधानी बरतकर टेमीफ्लू की दी जा रही है।
लाईलाज नहीं है, स्वाईन फ्लू
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि
स्वाईन फ्लू से घबराने की जरूरत नहीं हैं, बल्कि सावधानी बरतने तथा स्वाईन फ्लू के लक्षण दिखते ही, चिकित्सक से सम्पर्क करने की जरूरत है। समय पर उपचार लेने से स्वाईन फ्लू का उपचार हो सकता है
छात्रों को स्वाईन फ्लू के बारे में किया जायेगा जागरूक
डाॅ. शर्मा ने बताया कि सभी राजकीय विद्यालयों में होने वाली प्रार्थना सभाओं में छात्रों को स्वाईन फ्लू के बारे में जानकारी दी जायेगी। उन्हें स्वाईन फ्लू के लक्षणों एवं उपचार के बारे में बताया जायेगा। उन्होंने इस संबंध में षिक्षा विभाग से समन्वय स्थापित कर यह जागरूकता अभियान चलाने के निर्देष दिये हैं।
दवाई व जांच सुविधाओं की समीक्षा
चिकित्सा मंत्री ने स्वाईन फ्लू की दवा आॅस्लटामिविर व अन्य लाॅजिस्टिक इत्यादि की उपलब्धता की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि सभी आवष्यक दवाईयां उपलब्ध हैं।
हमारे समपादक सौरभ माथुर ने जैसलमेर ज़िले में हाल ही में हुई मौत और उससे जुडी लापरवाही के बारे में प्रश्न पुछा की जल्दबाज़ी में जैसलमेर के सरकारी अस्पताल के बर्न यूनिट को स्वाइन फ्लू वार्ड में तब्दील किया जिसमे पुख्त इंतेज़ाम नहीं थे , जवाब में मंत्री जी ने बताया की जहा घटनाये अधिक है वह ICU इत्यादि की व्यवस्था की गयी है और पप्रशासन पूर्ण रूप से तैयार है।
उन्होंने बताया कि प्रदेष के सरकारी संस्थनों में चिकित्सक के परामर्ष पर स्वाईन फ्लू जांच की निःषुल्क व्यवस्था की गयी हैं। उन्होंने बताया कि कुल 12 प्रयोगषालाओं में जांच सुविधा उपलब्ध है। सभी सातों मेडिकल काॅलेज (जयपुर, अजमेर, बीकानेर, कोटा, जोधपुर, उदयपुर एवं झालावाड) के अस्पतालों एवं जोधपुर के डीएमआर सेन्टर सहित 4 निजी लैब डाॅ. लाल पैथलेब, एसआरएल, बी लाल एवं कृष्णा लैब में जांच सुविधायें उपलब्ध है। स्वाईन फ्लू के मरीजों के उपचार हेतु सभी जिला अस्पतालों, सब डिवीजन अस्पतालों, सैटेलाईट अस्पतालों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आवष्यकतानुसार बैड, उपकरण एवं स्टाॅफ कार्मिकों को आरक्षित कर आईसोलेषन वार्ड संचालित हैं।