Jannah Theme License is not validated, Go to the theme options page to validate the license, You need a single license for each domain name.
Elections SpecialMadhya Pradesh

कांग्रेस का क़र्ज़ माफ़ी एक धोखा, सिर्फ आचार संहिता लगने का इंतज़ार कर रहे है ये – भंवर सिंह शेखावत, वरिष्ठ भाजपा नेता,पूर्व विधायक

भारतीय न्यूज़ के मुख्य संपादक श्री सौरभ माथुर ने  मध्यप्रदेश के वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक श्री भँवर सिंह शेखावत से 3 राज्यो में हार व आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा  की स्थिति के बारे में चर्चा की, देखिए सिर्फ भारतीय न्यूज़- पर क्या बोले श्री शेखावत :

शेखावत जी ने कहा कि 2 राज्यो में कांग्रेस की लंगड़ी सरकार बनी है भारतीय जनता पार्टी से थोड़ी सी चूक हो गयी जो सरकार बना नही पाई।निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ की हार चिंतनीय है संघटन को इसपे चिंता करने की आवश्यकता है। लेकिन मध्य प्रदेश और राजस्थान में जिस तरह कांग्रेस की सरकार बनी है उसके भी कई कारण है।

हम अपनी गलतियों में सुधार कर लेंगे तो लोकसभा में बात बन जाएगी। भाजपा  कार्यकर्ताओ की नाराजगी ओर आगामी लोकसभा चुनाव में संघटन में बदलाव के सवाल पर श्री शेखावत जी ने कहा कि मैने आपसे पहले ही निवेदन किया है भाजपा  के हार के लिए भाजपा  के लोग ही जिम्मेदार है।भाजपा  की कुछ अंदुरुनी व्यवस्था में गड़बड़ी व कार्यकर्ताओं की नाराजगी हार का बड़ा कारण है। क्योंकि जब आप 15 साल से लगातार सत्ता में हो तो निश्चित रूप से आप कही न कही कार्यकर्ताओ को सत्ता का लाभ दिलाने में असफल हुए हो, कार्यकर्ताओ की अनदेखी हुई है। सत्ता में कार्यकर्ता की भागीदारी बन जाये निचले स्तर तक कही न कही हम ये व्यवस्था करने में नाकाम हुए है।

ये बात सच है लेकिन ये बात भी सच है कि लोकसभा चुनाव में फिर से उसी कार्यकर्ता से आपको काम लेना है।दूसरा ओर कही बाहर से तो आएगा नही। ओर इस बात का अहसास कार्यकर्ता को भी है अफसोस भी है कि हमारी थोड़ी सी गलती से भाजपा  सत्ता से बाहर हो गयी। और यही अफसोस जनता में भी है।

संघटन में बदलाव व कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर मंथन करने की आवश्यकता पर शेखावत जी ने कहा   —  3 बार लगातार सरकार बनाना शिवराज जी की बड़ी उपलब्धि है। हम 15 साल प्रदेश के विकास में लगे रहे। और हमने अपने कार्यकर्ताओं के परिवार की अनदेखी कर दी, अब ये कहना कि टिकट देने में  कही अनदेखी या गलती हुई पूछ परख नही हुई तो ये आरोप तो हार के बाद लगाए जा सकते है लेकिन ऐसा होता तो भाजपा  के 109 विधायक कैसे बन पाते।चार पांच सीटों की हार के कारण हम आज सत्ता में नही है।हो सकता है कुछ सीटो पर हमारा मैनेजमेंट फैल रहा हो इसका हम आकलन कर रहे है। रही बात भाजपा  से बागी उम्मीदवारों की तो जनता ने प्रदेश में एक भी बागी को विधायक नही बनाया है। जनता ने किसी बागी को तवज्जो नही दी है। बागी हर पार्टी में होते है हर कार्यकर्ता की महत्वाकांशये होती है, लेकिन लोकसभा चुनाव में हमे बाहर सावधानी बरतने की आवश्यकता है इसलिए भी क्योकि राष्ट्र को एक लंबी दिशा देने वाली जो सरकार अभी चल रही है उसे फिर से स्थापित करने का चुनाव है ये,इसलिए विधानसभा चुनाव से ज्यादा महत्पूर्ण चुनाव ये देश के लिए होगा।इसलिए जनता को भी अब ये तय करना है कि उन्हें एक स्थायी सरकार चाहिए या ये जो पंद्रह बिस दल मिलकर अपना महाघटबंधन  बना घूम रहे है इनका प्रयोग पहले भी फैल ही हुआ है।

जनता ने कांग्रेस का 60 साल का शासन भी देखा है और भाजपा  का 5 साल का भी मोदीजी ने देश को जो दिसा देने का कार्य किया है जनता की निगाहें इस पर टिकी हुई है। भाजपा  को इस लोकसभा चुनाव में संघटन और सरकार की दृष्टि से बहुत महत्पूर्ण तरीके से इस चुनाव को लड़ना पड़ेगा। अभी जो विधानसभा चुनाव के नतीजे आये है उसमें मत प्रतिसत तो भाजपा  को ज्यादा मिला है।इस हिसाब से लोकसभा चुनाव में 25 प्लस सीट भाजपा  को आ सकती है प्रदेश में। हर हार जितने के अगले पायदान के रूप में भी कार्य करती है और में समझता हूं जनता ने जिस भावावेश में आकर थोड़ा सा मतो का परिवर्तन किया है खासकर राजस्तान ओर मध्यप्रदेश में वो कांग्रेस के झूठ किसानों के ऋण माफी,समूह ऋण माफी भी एक कारण है।

60 साल कांग्रेस ने राज किया देश मे 60 सालो तक इन्हें किसानों की चिंता नही हुई और इसलिए ये हारे भी अब इन्होंने एक फार्मूला पकड लिया ‘कुछ भी चुनाव पूर्व बाजार में बात फेक दो और चुनाव जीत जाओ’

10 दिन में ऋण माफी का बोला था कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी ने आज 1 माह से ऊपर हो चुका है किसी के खाते में रुपये नही आये।बहुत बड़ा धोखा हुआ है किसान के साथ।कह देने मात्र से लोन माफ नही होते ।मध्यप्रदेश में आपके पास 5 हजार करोड़ की व्यवस्था है जैसा आप ही बता रहे हो और 60 हजार करोड़ का लोन माफ करना है।जो आपके पास है नही आप तो इंतजार कर रहे हो जल्द आचार संहिता लग जाये और हम इसी मुद्दे को लोकसभा में भी भुना ले।

इंदौर लोकसभा से सुमित्रा महाजन की दावेदारी ओर पार्टी के अंदर उठते विरोध? पर शेखावत जी बोले श्रीमती सुमित्रा जी बहुत वरिष्ठ नेता है। लगातार 8 बार एक ही जगह से लोकसभा सीट जितना कोई छोटी मोटी उपलब्द्धि नही है। जनता का आप पर विस्वास होता है तभी ये संभव हो पाता है। जहाँ तक विकास का सवाल है आज की जनता बहुत जागरूक है अगर विकास न किया होता तो 8 बार वोट नही देती। निशित रूप से उन्होंने काम तो किया है।सौजन्य भी उनका सामान्य ही है। जनता के बीच भी रहती है लेकिन ये बात भी सही है कि परिवर्तन प्रकृति का नियम है,एक सीमा के बाद जनता की पसंद में परिवर्तन आता है,नया चेहरा देखना चाहती है जनता और इस बारे में विचार होना चाहिए। लोकतंत्र में विचार होना स्वाभाविक प्रक्रिया है, परिवर्तन नही होता ऐसा भी नही है।

एक दो बार वाली सीटों पर परिवर्तन हो जाता है यहाँ तो 8 बार का मामला है मेरे हिसाब से पार्टी संघटन भी कुछ न कुछ अवश्य सोच रहा होगालेकिन सुमित्रा महाजन जी क्या सोचती है।

ये भी महत्वपूर्ण है क्या वो शारीरिक रूप से स्वस्थ है चुनाव लड़ना चाहती है तो फिर कोई दिक्कत नही है। न भाजपा  को दिक्कत है न जानता को रही बात चुनाव लड़ने की मंशा वालो की तो वो लोग जरूर बाजार में ऐसी बाते फैलाने का कार्य करते है और विचलित होते है। वो चाहते है उनको मौका मिल जाये। और अगर उनको मौका मिल भी जाये तो इसमें भी कोई बुराई नही है परिवर्तन तो आज नही तो कल होना ही है। लेकिन अब देखना ये ही कि महाजन जी की क्या इच्छा है।क्योंकि जनता तो महाजन जी के साथ ही।

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker