12 हज़ार से अधिक पोस्टमॉर्टम कर चुके इंदौर के डॉक्टर भरत ने बताया – कोरोना काल में पोस्टमॉर्टम भी कम हो गए हैं
इंदौर : कोरोना काल मे डॉक्टर भगवान से कम नही है और ऐसे ही एक डॉक्टर है इंदौर के जिला हॉस्पिटल के पोस्टमार्टम विभाग में पदस्थ , जो अपने काम के लिए प्रदेश भर के डॉक्टरो के लिए मिसाल बन हुए है। और उम्र के इस पड़ाव में भी वह लगातार ड्यूटी देकर एक मिशाल कायम कर रहे है।
इंदौर के जिला हॉस्पिटल में पदस्थ है डॉक्टर भरत बाजपेई , डॉक्टर भरत बाजपेई को चालीस साल से अधिक समय डॉक्टरी करते हुए हो गए है और उनकी उम्र भी 60 साल के आसपास है लेकिन काफी सालों से लगातार पोस्टमार्टम विभाग में पदस्थ होते हुए 12000 से अधिक पोस्टमार्टम कर चुके है वही उम्र के इस पड़ाव में व कोरोना काल मे भी वह लगातार ड्यूटी पर अपनी टीम के साथ डटे हुए है बता दे भरत बाजपेई ने अपनी ड्यूटी के दौरान कई तरह के अवार्ड भी अपने नाम किये है उन्ही मेसे एक अवार्ड है बिना छुट्टी लिए लगातार काम करना , और वह भरत बाजपेई के जोश और जुनून को दिखाता है कि उन्होंने काम के दौरान अभी तक एक भी छुट्टी नही ली , लेकिन पिछले दिनों उन्हें पैरालिसिस अटैक आने के कारण ड्यूटी से एक महीने का रेस्ट लिया लेकिन उसको हरकार वह एक बार फिर ड्यूटी पर तैनात हो गए और काफी सालों से लगातार ड्यूटी दे रहे है। वही उनका कहना था कोरोना काल मे जरूर पोस्टमार्टम में गिरावट आई है क्योंकि पहले आत्महत्या ,हत्या और अन्य तरह के मामले लगातार सामने आते थे लेकिन कोरोना काल मे इन सब मे कमी आ गई है वही जब उनसे पूछा गया कि क्या इस दौर में आप को ड्यूटी करने में डर नही लगता तो उनका कहना है कि हम पोस्टमार्टम के दौरान काफी एतिहात बरते हुए ड्यूटी शुरू करते है चेहरे पर मार्क्स , हाथों में ग्लब्स और सेनेटाइजर का शुरू से उपयोग होने के साथ ही स्वच्छता का बेहतर तरीके से ख्याल रखने के कारण अभी तक किसी बीमारी से शिकार नही हुए वही अभी तक इतने अधिक पोस्टमार्टम करने के दौरान कई तरह की डिकम्पोज बॉडी और अन्य तरह की बीमारियों से गश्ती बॉडी का भी पोस्ट मार्टम कर दिया , वही कोरोना काल मे भी उन्ही सब सुविधाओ का ध्यान रखा जा रहा है जिसके कारण किसी तरह का कोई डर ड्यूटी के दौरान नही लगाता। और लॉक डाउन के दौरान भी लगातार ड्यूटी दी जा रही है।
वही डॉक्टरो भरत बाजपेई के साथ पोस्ट मार्टम विभाग में पदस्थ कम्पाउंडर का भी कहना है 43 साल ड्यूटी के हो गए इस दौरान अभी तक कई तरह की पोस्टमार्टम कर चुके है और उन क्रम आज भी चालू है और लॉक डाउन के दौरान भी उसी जोश और जुनून के साथ ड्यूटी दे रहे है।वही कोरोना को देखते हुए डॉक्टरो भरत बाजपेई काफी एतिहात के साथ ड्यूटी करवा रहे है यदि कोई गम्भीर मामला आता है तो डॉक्टर साहब पहले से ही अलर्ट कर देते है जिसके कारण किसी तरह की कोई समस्या नही आती है।
बता दे उम्र के इस पड़ाव में भी डॉक्टरो भरत बाजपेई जिस तरह से ड्यूटी दे रहे है उसे उनके जोश और जुनून का अंदाजा लगाया जा सकता है।वही बेख़ौफ़ लगातार पोस्ट मार्टम विभाग में ड्यूटी दे रहे है।