जिन मरीजों को हो रही थी सांस लेने में दिक्कत अब उनके लिए भी एक ऐसा उपकरण जिससे क्रिटिकल मरीजों को भी बचाया जा सकेगा, इंदौर में हुई समीक्षा बैठक में मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर पांडे ने बताया एक अनूठे ऑक्सीजन मास्क के बारे में
इंदौर में कोविड पॉज़िटिव प्रकरणों के प्रबंधन के संबंध में क्लिनिकल प्रोटोकॉल की समीक्षा के लिए गठित विशेषज्ञ समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में बताया गया कि इंदौर में अब कोविड पॉज़िटिव मरीज़ों में कोरोना वायरस की तीव्रता कम आंकलित की जा रही है। यह एक सकारात्मक संदेश है।
बैठक में एमजीएम मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. वी. पी. पांडे ने बताया कि इंदौर में एनआरबी (नान रिब्रीथर मास्क) का उपयोग मरीज़ों को ऑक्सीजन देने में किया जा रहा है। इस प्रयोग से उन मरीज़ों को जिन्हें नाक में नली डालकर ऑक्सीजन देने पर भी सुधार नहीं हो रहा है, उन्हें साँस लेने में आसानी हो रही है। यह मास्क ऑक्सीजन थैरेपी में उपयोग में लाया जाता है। बता दे इस तरह के मास्क के उपयोग से इन्दौर में जल्द से जल्द मरीज ठीक हो रहे है। वही कई मरीजो का इस तरह के मार्क्स लगाए और वह इस सहजता से उपयोग भी कर रहे है।
बाईट -डॉ. वी. पी. पांडे, एमजीएम मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभागाध्यक्ष , इंदौर