गेहूं खरीदी की आख्रिरी तारीख सर पे लेकिन बारदान कम पड़ने से किसानों में गुस्सा, एक हजार रूपए रोज़ पर ट्रैक्टर ट्रोली लेकर आए हैं किसान
देपालपुर : समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के आखिरी दिन जैसे-जैसे करीब आ रहा है बारदानों की कमी से तुलाई प्रभावित हो रही है। ट्रैक्टर-ट्रॉलियों सहित किसानों के दो-तीन दिन से नंबर लगे हैं। तुलाई के बाद अनाज का उठाव कार्य धीमा होने से कई केंद्रों पर जगह की कमी होती जा रही है। ऐसा ही रहा तो हजारों किसान तुलाई से वंचित हो जाएंगे, नए किसानों को तो अभी मैसेज भी नहीं हो रहे हैं। उम्मीद है कि शासन समर्थन मूल्य पर खरीदी की तारीख आगे बढ़ा सकता है। चूंकि अब भी बड़ी तादाद में पंजीकृत किसान उपज नहीं बेच पाए हैं।
देपालपुर अनुभाग में 27 केंद्रों पर गेहूं की खरीदी चल रही है। ज्यादातर केंद्रों पर बारदान खत्म हो गए हैं और समय पर तुलाई नहीं होने से किसानों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। गौतमपुरा मंडी स्थित मार्केटिंग सोसायटी के केंद्रों सहित प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था गिरोता केंद्र पर तीन दिन से बारदान नहीं है। जितने बारदान थे वो खत्म हो गए। केंद्र के बाहर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की कतारें लगी है। किसानों का कहना है कि बिना बारदान के तुलाई शुरू नहीं हो सकती। पहले ही गेहूं केंद्र तक लाने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली भाड़े पर लेकर आए हैं। रोज एक हजार रुपए का खर्च लग रहा है, अब तक 3 हजार रुपए का नुकसान हुआ है। ऐसे ही दिन बढ़ते गए तो नुकसान बढ़ता जाएगा। कई किसानों को तो ट्रैक्टर भी नहीं मिल रहे हैं। इधर खरीदी के लिए 26 मई आखरी तारीख है। जितने बारदान की जरूरत है उतने बारदान केंद्रों तक नहीं पहुंच रहे हैं। केंद्र प्रभारी शिवनारायण बैरागी ने बताया जितने बारदान थे उतने देकर तुलाई करवा दी है। अब और बारदान आने का इंतजार है। इधर सोमवार को देपालपुर मार्केटिंग केंद्र पर बारदान खत्म होने पर किसानों ने आक्रोश जताया।